जाने संसार का सबसे जहरीले पदार्थ के बारें में | World's Most Toxic Substance in Hindi

World's Most Toxic Substance in Hindi: साइनाइड एक ऐसा केमिकल है जो विभिन्न रूपों में मौजूद हो सकता है. यह सबसे खतरनाक जहर के रूप में जाना जाता है.

World's Most Toxic Substance in Hindi

साइनाइड (cyanide)

  • सारे साइनाइड खतरनाक नहीं होते हैं. 
  • कुछ ऐसे साइनाइड हैं जो घातक होते हैं जैसे सोडियम साइनाइड (NaCN), पोटैशियम साइनाइड (KCN), हाइड्रोजन साइनाइड (HCN) और सायनोजेन क्लोराइड (CNCL).
  • साइनाइड कुछ दवाओं में भी इस्तेमाल किया जाता है.
  • यदि साइनाइड अधिक मात्रा में फेफड़ों में चला जाए तो तुरंत मौत हो सकती है.

साइनाइड संभावित रूप से एक घातक केमिकल है जो विभिन्न रूपों में मौजूद हो सकता है. ये रासायनिक यौगिक एकसंयोजी CN समूह होता है जिसे सायनो समूह (Cyano Group) भी कहते है. इसमें एक कार्बन परमाणु एक नाइट्रोजन परमाणु से ट्रिपल बांड के द्वारा जुड़ा होता है. यह खतरनाक पदार्थ रंगहीन गैस भी हो सकता है जैसे हाइड्रोजन साइनाइड (HCN) या सायनोजन क्लोराइड (CNCl), या क्रिस्टल रूप जैसे सोडियम साइनाइड (NaCN) या पोटेशियम साइनाइड (KCN). हम आपको बता दें कि कार्बनिक साइनाइडों को प्रायः नाइट्राइल (nitriles) भी कहते हैं.

साइनाइड किस प्रकार से और कितनी मात्रा में नुकसान

साइनाइड किस प्रकार से और कितनी मात्रा में शरीर में लिया जा रहा है और व्यक्ति कितनी देर तक इसके संपर्क में है इस बात पर निर्भर करता है कि यह कितना जानलेवा होगा या कितना असर करेगा. 

हम आपको बता दें कि जहर को निगलने की बजाय सांस के द्वारा लेने पर ज्यादा अधिक नुकसान दायक या फिर जानलेवा होता है. 

प्रति मिलियन हाइड्रोजन साइनाइड के 2,000 भागों को श्वास के द्वारा लेने पर एक मिनट के भीतर मृत्यु हो सकती है और 1-3 मिलीग्राम प्रति किलो वजन, हाइड्रोजन साइनाइड के रूप में गणना की जाती है. ऐसा कहा जाता है कि अगर साइनाइड की कम मात्रा शरीर के अंदर गई हो तो उसका असर कुछ घंटों या कुछ दिनों के बाद होगा. अगर शरीर में इसकी ज्यादा मात्रा जाए तो इसका असर तुरंत होता है. तकरीबन 1 मिलीग्राम से कम साइनाइड ज्यादा खतरनाक नहीं होता है लेकिन 3 ग्राम से ज्यादा मात्रा होने पर तुरंत मौत हो सकती है.

साइनाइड पाइज़निंग (cyanide poisoning)

साइनाइड को लेना ही साइनाइड पाइज़निंग कहलाता है. साइनाइड पाइज़निंग का पता लगाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योंकि इसके लक्षण गला घुटने ओर भी कई लक्षणों से मिलते झुलते हैं. साइनाइड का शरीर में जाने पर कोशिकाएं ऑक्सीजन का इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं और ये हम सब जानते हैं कि कोशिकाओं को जीवित रखने के लिए ऑक्सीजन का होना अनिवार्य है.

साइनाइड पाइज़निंग के अन्य लक्षण इस प्रकार हैं:

  • सांस् लेने में दिक्कत होना या सांस् फूलना
  • उल्टी आना
  • ज्यादा नींद आना
  • उलझन महसूस करना और अजीब व्यवहार करना
  • सिर घूमना
  • पेट में दर्द का होना
  • कोमा इत्यादि

साइनाइड का तुरंत शरीर में फैलने से दिल का दौरा भी पड़ सकता है.

पोटेशियम साइनाइड (potassium cyanide)

पोटैशियम साइनाइड एक यौगिक है, जो रंगहीन नमक के जैसे दिखाई देता है। पोटैशियम साइनाइड चीनी की तरह दिखाई देता है। पोटैशियम साइनाइड जल में घुलनशील है। 

  • अधिकतर पोटैशियम साइनाइड का उपयोग सोने के खनन और कार्बनिक संश्लेषण में किया जाता है।
  • इसी तरह का उपयोग गहनों को साफ करने में भी किया जाता है।

पोटैशियम साइनाइड बहुत अधिक विषैला होता है, यह ठोस रूप में हाइड्रोलिसिस के कारण बहुत ही कम मात्रा में हाइड्रोजन साइनाइड का उत्सर्जन करता है, जिससे कुछ कुछ कड़वे बादाम की सुगंध आती है। हालांकि इस सुगंध को केवल कुछ ही लोग सूंघ पाते हैं, जिनमें आनुवंशिक विशेषता होती है।

पोटैशियम साइनाइड का निर्माण करने के लिए हाइड्रोजन साइनाइड को पोटैशियम हाइड्रोक्साइड के जलीय घोल से साथ मिलाया जाता है। इसके बाद वाष्पीकरण द्वारा वैक्यूम की सहायता से इसे प्राप्त किया जाता है।

HCN + KOH → KCN + H2O

या इस तरह से भी इसे प्राप्त कर सकते हैं-

HCONH2 + KOH → KCN + 2H2O

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25 FebruarySTUDY POINT & CAREER