महाराणा प्रताप के बारे में महत्वपूर्ण रोचक तथ्य (Interesting facts about Maharana Pratap)
आज के इस जानकारी भरी पोस्ट में हमने आपको महाराणा प्रताप के बारे में 100 रोचक तथ्य के बारे में बताया हैं यदि आपको भी रोचक जानकारी पढना अच्छा लगता तो इस पोस्ट को जरुर पढ़ें -
महाराणा प्रताप सिंह उदयपुर, मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा थे। महाराणा प्रताप के जन्मस्थान के प्रश्न पर दो धारणाएँ है। पहली महाराणा प्रताप का जन्म कुम्भलगढ़ दुर्ग में हुआ था क्योंकि महाराणा उदयसिंह एवं जयवंताबाई का विवाह कुंभलगढ़ महल में हुआ।
दूसरी धारणा यह है कि उनका जन्म पाली के राजमहलों में हुआ। महाराणा प्रताप की माता का नाम जयवंता बाई था, जो पाली के सोनगरा अखैराज की बेटी थी। प्रताप के काल में दिल्ली में मुगल सम्राट अकबर का शासन था, जो भारत के सभी राजा-महाराजाओं को अपने अधीन कर मुगल साम्राज्य की स्थापना कर इस्लामिक परचम को पूरे हिन्दुस्तान में फहराना चाहता था।
महाराणा प्रताप के बारे में 30 रोचक तथ्य Amazing Facts about Maharana Pratap in Hindi
महाराणा प्रताप मेवाड़ में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे। वे कई सालों तक मुगल सम्राट अकबर से संघर्ष करते रहे-चलिए अब कुछ महत्वपूर्ण रोचक तथ्यों को जानते हैं
- महाराणा प्रताप को भारत का प्रथम स्वतंत्रता सेनानी भी कहा जाता है।
- महाराणा प्रताप का वजन 110 किलो से अधिक था।
- महाराणा प्रताप के भाले का वजन 80 किलो था।
- महाराणा प्रताप की दो तलवारें जिनका वजन 208 किलोग्राम था।
- महाराणा प्रताप की 11 पत्नियां थीं, महारानी अजाब्दे पंवार उनकी प्रिय पत्नी थीं
- झाला मानसिंह महाराणा प्रताप का विश्वासपात्र सिपाही था जिसने अपने प्राणों पर खेलकर महाराणा की जान बचाई थी।
- हकीम खाँ सूरी, हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की तरफ से लड़ने वाले एकमात्र मुस्लिम सरदार थे।
- महाराणा प्रताप का विश्वासपात्र एक घोडा जो उनके लिए मित्र की भांति था और चेतक नाम यह घोडा बहुत प्रसिद्ध भी हुआ।
- एक बार युद्ध में चेतक ने अपना पैर हाथी के सिर पर रख दिया था। घायल महाराणा प्रताप को लेकर चेतक 26 फीट लंबे नाले के ऊपर से कूद गया था। हर युद्ध में चेतक घोड़े ने महाराणा प्रताप का साथ निभाया था।
- महाराणा प्रताप की तलवार, कवच और अन्य सामान उदयपुर के राज्य संग्रहालय में सुरक्षित रखे गए हैं।
- मायरा नाम की एक गुफा में महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाकर कई दिन बिताये थे।
- सम्राट अकबर ने 30 साल तक महाराणा प्रताप को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह असफल रहा।
- हल्दीघाटी का युद्ध 18 जून 1576 ईस्वी में अकबर और महाराणा प्रताप के बीच लड़ा गया लड़ा गया था।
- महाराणा प्रताप के 17 बेटे और पांच बेटियां थी।
- सम्राट अकबर ने एक बार कहा था कि महाराणा प्रताप और जयमल यदि उनके साथ हो जाएं तो अकबर विश्व का सबसे शक्तिशाली राजा बन सकता है।
- मेवाड़ की भील जाति के लोग राज्य महाराणा प्रताप को अपना पुत्र मानते थे।
- महाराणा प्रताप की पुत्री(कोई ठोस साक्ष्य नहीं है) जिसका नाम चंपा था, उनकी सबसे बड़ी संतान थी।
- प्रताप का सेनापति सिर कटने के बाद भी कुछ देर तक लड़ता रहा था।
- नेपाल का राज परिवार भी चित्तौड़ से निकला है दोनों में भाई और खून का रिश्ता हैं।
- ऐसा माना जाता है कि हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप के पास मात्र 20000 सैनिक थे और अकबर के पास 85 हजार सैनिक थे
महाराणा प्रताप के बारे में 20 रोचक तथ्य Amazing Facts about Maharana Pratap in Hindi
झाला मानसिंह इनका विश्वासपात्र सिपाही था जिसने अपने प्राणों पर खेलकर महाराणा की जान बचाई थी। शक्ति सिंह ने अपना प्रिय घोड़ा “चेतक” देखकर महाराणा प्रताप को युद्धभूमी से जाने को कहा था निचे आपको महाराणा प्रताप के बारे में में कुछ अनोखी जानकारी दिया गया हैं -
- महाराणा प्रताप का बचपन का नाम “कीका” था। इनके पिता का नाम राणा उदय सिंह था।
- महाराणा प्रताप 7 फीट 5 इंच के लंबे कद काठी के वीर पुरुष थे।
- इनका वजन 110 किलो था। एक महान और वीर सैनिक में जो शारीरिक योग्यता होनी चाहिए वह सब महाराणा प्रताप के अंदर थी।
- महाराणा प्रताप के भाले का वजन 81 किलो था, जो एक ही बार में दुश्मन की जान ले लेता था। उनकी छाती के कवच का वजन 72 किलो था।
- महाराणा प्रताप भाला, ढाल, दो तलवारें, कवच लेकर युद्ध में जाते थे जिसका कुल वजन 208 किलो होता था। इतना भार लेकर युद्ध करना आज के पुरुषों के लिए संभव नहीं है।
- राजनीतिक कारणों से महाराणा प्रताप ने 11 शादियां की थी। यह तथ्य बहुत ही रोचक और आश्चर्यजनक है।
- उदयपुर के राज्य संग्रहालय में महाराणा प्रताप शूरवीर की तलवार, कवच और अन्य सैन्य सामान सुरक्षित रखा हुआ है।
- महान सम्राट अकबर भी महाराणा प्रताप की वीरता से बहुत प्रभावित था। उसने महाराणा प्रताप को प्रस्ताव दिया था कि यदि वे उसके सामने झुक जाते हैं तो आधा भारत महाराणा प्रताप का हो जाएगा। परंतु उन्होंने यह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया।
- हल्दीघाटी के युद्ध में हकीम खां सूरी महाराणा प्रताप की फौज में एकमात्र मुस्लिम सरदार था।
- हल्दीघाटी का युद्ध 18 जून 1576 ईस्वी को हुआ था।
- इस युद्ध में सम्राट अकबर के पास 85000 सैनिक थे जबकि महाराणा प्रताप के पास सिर्फ 20000 सैनिक थे। उसके बावजूद भी महाराणा प्रताप अकबर से संघर्ष करते रहे और पीछे नहीं हटे।
- महाराणा प्रताप के 17 बेटे और 5 बेटियां थी।
- युद्ध में महाराणा प्रताप दो तलवार रखते थे। यदि उनके दुश्मन के पास तलवार नही होती थी तो उसे अपनी एक तलवार देते थे जिससे युद्ध बराबरी का हो। इससे पता चलता है कि महाराणा प्रताप एक न्यायप्रिय राजा थे।
- सम्राट अकबर ने एक बार कहा था कि महाराणा प्रताप और जयमल यदि उनके साथ हो जाएं तो अकबर विश्व का सबसे शक्तिशाली राजा बन सकता है।
- अकबर को सपने में महाराणा प्रताप दिखाई देते थे।
- महाराणा प्रताप की तरह उनके सेनापति और सैनिक भी बहुत वीर थे। उनका एक सेनापति युद्ध में सिर कटने के बाद भी लड़ता रहा था।
- महाराणा प्रताप को भारत का प्रथम स्वतंत्रता सेनानी भी कहा जाता है।
- सम्राट अकबर से लोहा लेने के लिए महाराणा प्रताप ने अपना महल त्याग दिया और दिन-रात युद्ध की तैयारी में जुट गए। लोहार जाति के हजारों लोग भी उनके साथ शामिल हो गए और दिन रात तलवारें बनाने का काम किया।
- यह लोहार जाति आजकल हरियाणा राजस्थान में रहती है जिसे गाडिया लोहार कहते हैं।
- मेवाड़ राज्य के भील जाति के लोग महाराणा प्रताप को अपना बेटा मानते थे। राणा प्रताप भी उनका दिल से स्वागत करते थे और उनको अपना मानते थे।
महाराणा प्रताप के बारे में 10 रोचक तथ्य | 10 Facts about Maharana Pratap
- महाराणा प्रताप का पूरा नाम महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया था।
- महाराणा प्रताप ने कहा कि मरते दम तक कभी भी अपना सिर मुगलों के सामने नहीं झुकाएंगे।
- महाराणा प्रताप का घोड़ा ‘चेतक’ भी बहुत चर्चित है। उसकी कई कहानियां सुनने को मिलती हैं। चेतक एक बहुत ही ताकतवर घोड़ा था। दौड़ते वक्त उसकी रफ्तार बहुत तेज हो जाती थी।
- एक बार युद्ध में चेतक ने अपना पैर हाथी के सिर पर रख दिया था। घायल महाराणा प्रताप को लेकर वह 26 फीट लंबे नाले के ऊपर से कूद गया था। हर युद्ध में चेतक घोड़े ने महाराणा का साथ निभाया था।
- मायरा की गुफा में महाराणा प्रताप ने कई दिनों तक घास की रोटियां खा कर वक्त गुजारा था।
- हल्दीघाटी में महाराणा प्रताप और सम्राट अकबर के बीच भयंकर युद्ध हुआ था। इस युद्ध को 300 साल हो चुके हैं, पर आज भी वहां के युद्ध मैदान में तलवारे पाई जाती हैं।
- हल्दीघाटी के युद्ध में ना तो अकबर की जीत हुई और ना ही महाराणा प्रताप की।
- सम्राट अकबर ने 30 सालों तक महाराणा प्रताप को बंदी बनाने की कोशिश की परंतु उन्हें सफलता नहीं मिली।
- महाराणा प्रताप की मृत्यु 29 जनवरी 1597 को हुई थी। शिकार करते समय वह दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे।
- जब अकबर को महाराणा प्रताप की मौत के बारे में खबर हुई तो वह भी रो पड़ा था।
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