USA GK IN HINDI : नमस्कार दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम आपको अमेरिका से जुडी सभी सामान्य ज्ञान के बारे में बहुविकल्पी प्रश्न और अमेरिका के राष्ट्रपति से जुड़े प्रश्नों को दिया है। अमेरिका को महाशक्ति के रूप में जाना जाता है। America GK in Hindi 2023
अमेरिका का सामान्य ज्ञान 2023 (USA GK IN HINDI 2023)
अमेरिका विश्व के विकसित देशों में से एक है। जबकि भारत अभी तक एक विकासशील देश है।अमेरिका राज्यों का एक संघ है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के सामान्य ज्ञान से सम्बंधित सवाल पूछे जाते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें। America GK in Hindi
40+ America GK in Hindi 2023
प्रश्न 1:- अमेरिका के 46वें President या राष्ट्रपति कौन बने हैं?
उत्तर :-जो बाइडेन।
प्रश्न 2:- जो बाइडेन को कुल कितनी सीटें मिली?
उत्तर :- 290 सीटें।
प्रश्न 3:- डोनाल्ड ट्रंप को कुल कितनी सीटें मिली?
उत्तर :- 214 सीटें।
प्रश्न 4:- रिपब्लिकन पार्टी का चुनाव चिन्ह क्या है?
उत्तर :- हाथी।
प्रश्न 5:- डेमोक्रेटिक पार्टी का चुनाव चिन्ह क्या है?
उत्तर :- गधा।
प्रश्न 6:- किस देश का संविधान विश्व का सबसे प्रथम लिखित संविधान है?
उत्तर :- अमेरिका का।
प्रश्न 7:- हाल ही में अमेरिका की नई उपराष्ट्रपति कौन बनी है?
उत्तर :- कमला देवी हैरिस।
प्रश्न 8:- हाल ही में कमला हैरिस ने उपराष्ट्रपति पद के लिए किसे हराया है?
उत्तर :- माइक पैंन्स को।
प्रश्न 9:- कनाडा और अमेरिका के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा (8891 KM) का क्या नाम है?
उत्तर :- 49 वीं समांतर रेखा।
प्रश्न 10:- अमेरिका के वर्तमान प्रेसिडेंट डॉनल्ड ट्रंप किस पार्टी से संबंधित हैं?
उत्तर :- रिपब्लिकन पार्टी।
प्रश्न 11:- जो बाइडेन किस पार्टी से संबंधित हैं?
उत्तर :- डेमोक्रेटिक पार्टी।
प्रश्न 12:- कमला हैरिस किस पार्टी से संबंधित हैं?
उत्तर :- डेमोक्रेटिक पार्टी।
प्रश्न 13:- अमेरिका भूमि क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में कौन से स्थान पर है?
उत्तर :- चौथे स्थान पर।
प्रश्न 14:- अमेरिका जनसंख्या की दृष्टि से विश्व में कौन से स्थान पर है?
उत्तर :- तीसरे नंबर पर।
प्रश्न 15:- व्हाइट हाउस का नाम किसने दिया था?
उत्तर :- अमेरिका के 26 वें क्रम के राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट ने सन् 1901 में व्हाइट हाउस का नाम दिया था।
प्रश्न 16:- अमेरिका का संविधान कब लागू हुआ था?
उत्तर :- 4 मार्च 1789 को।
प्रश्न 17:- अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे? और वे राष्ट्रपति कब बने?
उत्तर :- अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन थे। और वे 30 अप्रैल 1789 को अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति बने थे।
प्रश्न 18:- विश्व की सबसे मीठे जल की झील सुपीरियर झील कहां स्थित है?
उत्तर :- अमेरिका और कनाडा में।
प्रश्न 19:- अमेरिका में राष्ट्र का प्रमुख कौन होता है?
उत्तर :- अमेरिका का राष्ट्रपति।
प्रश्न 20:- अमेरिका किस महाद्वीप में स्थित है?
उत्तर :- उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में।
प्रश्न 21:- अमेरिका में राष्ट्रपति का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?
उत्तर :- 4 वर्षों का।
प्रश्न 22:- अमेरिका में एक व्यक्ति अधिकतम कितनी बार राष्ट्रपति बन सकता है?
उत्तर :- केवल दो बार।
प्रश्न 23:- डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष कौन हैं?
उत्तर :- टॉम पैरेज।
प्रश्न 24:- रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष कौन हैं?
उत्तर :- Ronna McDaniel
प्रश्न 25:- अमेरिका अपने स्वतंत्रा दिवस मनाता है?
उत्तर :- प्रत्येक वर्ष 4 जुलाई को।
प्रश्न 26:- अमेरिका की मुद्रा क्या है?
उत्तर :- अमेरिका की मुद्रा डॉलर है।
प्रश्न 27:- क्षेत्रफल की दृष्टि से अमेरिका का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है?
उत्तर :- अलास्का।
प्रश्न 28:- क्षेत्रफल की दृष्टि से अमेरिका का सबसे छोटा राज्य कौन सा है?
उत्तर :- रोड आईसलैंड।
प्रश्न 29:- जनसंख्या की दृष्टि से अमेरिका का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है?
उत्तर :- कैलिफ़ोर्निया।
प्रश्न 30:- जनसंख्या की दृष्टि से अमेरिका का सबसे छोटा राज्य कौन सा है?
उत्तर :- Wyoming।
प्रश्न 31:- अमेरिका की खोज किसने की थी?
उत्तर :- क्रिस्टोफर कोलंबस ने।
प्रश्न 32:- अमेरिका की खोज क्रिस्टोफर कोलंबस ने कब की थी?
उत्तर :- सन् 1492 में।
प्रश्न 33:- अमेरिका में कुल कितने राज्य हैं?
उत्तर :- अमेरिका में कुल 50 राज्य हैं।
प्रश्न 34:- स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी अमेरिका के किस शहर में स्थित है?
उत्तर :- न्यूयॉर्क में।
प्रश्न 35:- अमेरिका के झंडे में कितने तारे एवं पट्टियां होती हैं?
उत्तर :- अमेरिका के झंडे में 50 तारे एवं 13 पट्टियां होती हैं।
अमेरिका सामान्य ज्ञान ( America General Knowledge ) – संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) को अमेरिका या अमरीका बोला जाता है। यह उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में स्थित एक देश है)
तो ये थी जानकारी संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी 2023 | USA GK Question in Hindi की आशा करते हैं की आपको यह जानकारी पसंद आई होगी यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया में शेयर जरुर करें |
USA GK Question in Hindi (FAQs)
प्रश्न :- अमेरिका की राजधानी क्या है? उत्तर :- वाशिंगटन डीसी।
प्रश्न :- अमेरिका में कुल कितने राज्य हैं? उत्तर :- अमेरिका में कुल 50 राज्य हैं।
कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन (1929 ई.) | Lahore session of Congress (1929 AD)
हेलो दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन से जुडी सभी महत्वपूर्ण बिन्दुओ को साझा किया हैं साथ ही गांधी- इर्विन समझौता (1931 ई.) के बारे में भी बताया गया हैं। भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान कांग्रेस के विभिन्न अधिवेशन बुलाये गए । कांग्रेस के ये अधिवेशन स्वतंत्रता के लिए योजना बनाने के लिए बुलाये जाते थे। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी कांग्रेस के अधिवेशन से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं। कांग्रेस के अधिवेशन से जुड़े तथ्यों के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें।
31 दिसम्बर 1929 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन तत्कालीन पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में हुआ। इस ऐतिहासिक अधिवेशन में कांग्रेस के 'पूर्ण स्वराज' का घोषणा-पत्र तैयार किया तथा 'पूर्ण स्वराज' को कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य घोषित किया। जवाहरलाल नेहरू, इस अधिवेशन के अध्यक्ष चुने गये।
इस अधिवेशन में जवाहरलाल नेहरू को अध्यक्ष बनाया गया तथा ‘पूर्ण स्वराज्य' के लक्ष्य की घोषणा की गई 31 दिसंबर 1929 ई. की आधी रात को रावी नदी के तट पर भारतीय स्वाधीनता का तिरंगा झंडा फहराया गया और प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस मनाने की घोषणा की गई
जिन्ना का चौदह सूत्रीय फॉर्मूला (1929 ई.)
मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना ने नेहरू रिपोर्ट के बारे में कहा कि यह मुसलमानों के हितों के विपरीत है।
इसके बाद उन्होंने अपना 14 सूत्रीय एक नया फॉर्मूला प्रस्तुत किया।
सविनय अवज्ञा आंदोलन तथा डांडी यात्रा (1930-1934)
सविनय अवज्ञा आंदोलन गांधी जी ने कांग्रेस की माँगें पूरी नहीं होने के विरोध में 1930 में प्रारंभ किया।
12 मार्च, 1930 को साबरमती आश्रम से गांधी जी ने अपने 78 समर्थकों के साथ डांडी के लिए यात्रा प्रारंभ की तथा 24 दिन में 200 किलोमीटर की पदयात्रा के पश्चात् 5 अप्रैल को डांडी पहुंचे तथा 6 अप्रैल को नमक कानून तोड़ा।
तमिलनाडु में समुद्र तट पर सी. राजगोपालाचारी ने त्रिचनापल्ली से वेदारण्यम तक की यात्रा की।
पेशावर में 'खान अब्दुल गफ्फार खान' तथा उनका संगठन 'खुदायी खिदमतगार' (लाल कुर्ती) सबसे प्रमुख था।
नमक कानून के विरोध में सबसे तीव्र प्रतिक्रिया धरसाणा में हुई यहाँ गांधी जी के पुत्र मणिलाल ने नेतृत्व किया। इस आंदोलन को भारत के उत्तर-पूर्व में रानी 'गिडिल्यू' द्वारा चलाया गया।
गांधी- इर्विन समझौता (1931 ई.)
19 फरवरी 1931 को गांधी जी ने भारत के तत्कालीन वायसराय लार्ड इर्विन से भेंट की और उनकी बातचीत पंद्रह दिनों तक चली। इसके बाद 5 मार्च, 1931 को एक समझौता हुआ, जिसे 'गांधी-इर्विन समझौता' कहा जाता है
इस समझौते की वजह से 1 वर्ष तक असहयोग आंदोलन स्थगित रहा, लेकिन जब सरकार ने सुखदेव, भगत सिंह तथा राजगुरु को विधानसभा में बम फेंकने के अपराध में फाँसी दे दी, तो सरकार एवं कांग्रेस के संबंध खराब हो गए।
1931 में गांधी जी एकमात्र कांग्रेस प्रतिनिधि के रूप में द्वितीय गोलमेज परिषद' में भाग लेने के लिए लंदन गए, लेकिन वे वहां से निराश होकर वापस लौटे।
1932 में लंदन में तृतीय गोलमेज सम्मेलन हुआ, परंतु कांग्रेस ने उसमें भाग नहीं लिया। भारत में कांग्रेस अवैध घोषित कर दी गई '
भारत के विषय पर लंदन में तत्कालीन प्रधानमंत्री रैम्जे मैक्डोनॉल्ड ने गोलमेज सम्मेलन बुलाए, 1930 31 32 में परंतु कांग्रेस ने केवल 1931 में (दूसरे) में भाग लिया।
अंबेडकर व तेजबहादुर सप्रू ने तीनों गोलमेज सम्मेलनों में भाग लिया।
कांग्रेस का कराची अधिवेशन (1931 ई.)
गांधी इर्विन समझौते या दिल्ली समझौते को स्वीकृति प्रदान करने के लिए कांग्रेस का अधिवेशन 29 मार्च, 1931 में कराची में वल्लभभाई पटेल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
इस अधिवेशन में दिल्ली समझौते को मंजूरी दे दी गई तथा पूर्ण स्वराज्य के लक्ष्य को पुनः दोहराया गया।
इसी अधिवेशन में कांग्रेस ने दो मुख्य प्रस्तावों को अपनाया–पहला, मौलिक अधिकारों और दूसरा, राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रमों से संबंधित था।
इन प्रस्तावों के कारण कराची अधिवेशन का विशेष महत्व है।
सांप्रदायिक निर्णय ( 1932 ई.)
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रैमजे मैक्डोनॉल्ड ने सांप्रदायिक निर्णय की घोषणा की।
इसमें निम्न जातियों को हिंदुओं से पृथक् मानकर उन्हें प्रतिनिधित्व दिया गया।
राष्ट्रवादियों ने महसूस किया कि यह व्यवस्था राष्ट्रीय एकता के लिए गंभीर खतरा है।
2.कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन में अध्यक्ष के रूप में कौन चुने गये।
उत्तर - जवाहरलाल नेहरू, इस अधिवेशन के अध्यक्ष चुने गये |
कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन (1929 ई.) | Lahore session of Congress (1929 AD) से जुड़े अधिकांश पूछे जाने वाले प्रश्न -
1929 का कांग्रेस अधिवेशन कहां हुआ
कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन की अध्यक्षता किसने की?
1929 में कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन किन दो कारणों से महत्वपूर्ण माना जाता है
कांग्रेस ने किस अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की मांग की
स्वराज की मांग किसने की थी
पूर्ण स्वतंत्रता का प्रस्ताव
लाहौर अधिवेशन में किस की मांग की गई
स्वराज की मांग कब की गई
आज के इस पोस्ट में हमने कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन के बारे में जाना। स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान हुए कांग्रेस अधिवेशन स्वतंत्रता की योजनायें बनाने के लिए बुलाई जाती थीं।
उम्मीद करता हूँ कि कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन (1929 ई.) की यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी, अगर आपको पोस्ट पसंद आये तो पोस्ट को शेयर जरुर करें।
भारत के उपराष्ट्रपति की सूची (List of Vice Presidents Of India)
नमस्कार दोस्तों, studypointandcareer.com के इस वेब पेज में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में भारत के उपराष्ट्रपतियों Vice Presidents Of India के नाम की सूची दी गई है। जो प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है।उपराष्ट्रपति का पद देश का दूसरा सर्वोच्च पद होता है। आधिकारिक क्रम में उसका पद राष्ट्रपति के बाद आता है। संविधान के अनुच्छेद 63-71 तक उपराष्ट्रपति पद से संबंधित प्रावधान दिये गए हैं।
राष्ट्रपति की तरह उपराष्ट्रपति भी जनता द्वारा सीधे नहीं चुना जाता बल्कि परोक्ष विधि से चुना जाता है। अनुच्छेद 66 में बताया गया है कि उपराष्ट्रपति का निर्वाचन किस प्रकार होगा। कोई व्यक्ति भारत का उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने के लिये तभी अर्हत होगा जब वह निम्न तीन शर्तें पूरी करेगा –
वह भारत का नागरिक हो।
वह 35 वर्ष की आयु पूरी कर चुका हो।
वह राज्यसभा का सदस्य निर्वाचित होने की अर्हताओं को पूरा करता हो।
पद ग्रहरण करने के पहले उपराष्ट्रपति को शपथ, राष्ट्रपति अथवा उनके द्वारा नियुक्त किसी व्यक्ति द्वारा दिलवाई जाती है। अपने शपथ में उपराष्ट्रपति, संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा तथा अपने कर्तव्य का निर्वाह श्रद्धापूर्वक करने की शपथ लेता है।
Vice President Of India कि सूची
S.N.
Vice President
Years
1
सर्वपल्ली राधाकृष्णन
13 मई 1952 – 12 मई 1962
2
जाकिर हुसैन
13 मई 1962 – 12 मई 1967
3
वी वी गिरी
13 मई 1967 – 3 मई 1969
4
गोपाल स्वरूप पाठक
31 अगस्त 1969 – 30 अगस्त 1974
5
बी डी जत्ती
31 अगस्त 1974 – 30 अगस्त 1979
6
मोहम्मद हिदायतुल्ला
31 अगस्त 1979 – 30 अगस्त 1984
7
रामस्वामी वेंकटरमण
31 अगस्त 1984 – 24 जुलाई 1987
8
शंकर दयाल शर्मा
3 सितम्बर 1987 – 24 जुलाई 1992
9
के आर नारायणन
21 अगस्त 1992 – 24 जुलाई 1997
10
कृष्णकांत
21 अगस्त 1997 – 27 जुलाई 2002
11
भैरो सिंह शेखावत
19 अगस्त 2002 – 21 जुलाई 2007
12
हामिद अंसारी
11 अगस्त 2007 – 10 अगस्त 2017
13
वेंकैया नायडू
11 अगस्त 2017 से अब तक
इस पोस्ट में हमने (1952 से अब तक ) के List of names of vice Presidents of india|भारत के उपराष्ट्रपति कि सूची दिये है | इस सूची से भारत के उपराष्ट्रपति कि सूची जानने में आसानी होगी |
List Of Vice President Of India In Hindi 2022
देश को अब तक 13 उपराष्ट्रपति मिल चुके हैं आप सभी को हमारे दवारा दी गयी जानकारी आपको अच्छा लगे तो आप इस पोस्ट को जरुर शेयर करे |
1.भारत के पहले उपराष्ट्रपति का क्या नाम था?
भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति भारत रत्न सम्मानित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे।
2.भारत के राष्ट्रपति की नियुक्ति कौन करता है?
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव अनुच्छेद 55 के अनुसार आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के एकल संक्रमणीय मत पद्धति के द्वारा होता है। राष्ट्रपति को भारत के संसद के दोनो सदनों (लोक सभा और राज्य सभा) तथा साथ ही राज्य विधायिकाओं (विधान सभाओं) के निर्वाचित सदस्यों द्वारा पाँच वर्ष की अवधि के लिए चुना जाता है।
3.राष्ट्रपति को अपने पद से कौन हटा सकता है?
व्याख्या-संविधान के अनुच्छेद-61 के अनुसार, राष्ट्रपति को संविधान का अतिक्रमण करने पर महाभियोग का प्रस्ताव पारित करके संसद द्वारा हटाया जा सकता है।
महत्वपूर्ण दिनों और तिथियों की सूची 2022 (Divas List in Hindi- 2022)
हेलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम वर्ष 2022 के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिवसों की सूची के बारे में जानेंगे। यदि आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय के महत्वपूर्ण दिनों और तिथियों (List of Important National and International Days) के बारे में पता होना चाहिए। प्रत्येक दिवस का अपना महत्व होता है जो अपने इतिहास या किसी अन्य कारण से मनाया जाता है। इस पोस्ट में हमने प्रत्येक माह के सभी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2022 (List of Important National and International Days 2022) की सूची दी हैं।
List of Important Days and Date 2022 in Hindi
जनवरी माह के महत्वपूर्ण दिवस: Important Days and Dates in January 2022
4 जनवरी 2022- विश्व ब्रेल दिवस
6 जनवरी 2022- विश्व युद्ध अनाथ दिवस
9 जनवरी 2022- प्रवासी भारतीय दिवस
10 जनवरी 2022- विश्व हिन्दी दिवस
11 जनवरी से 17 जनवरी 2022- राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह
फरवरी माह के महत्वपूर्ण दिवस: Important Days and Dates in February 2022
1 फरवरी 2022- भारतीय तटरक्षक दिवस
2 फरवरी 2022- विश्व आद्रभूमि दिवस
4 फरवरी 2022- विश्व कैंसर दिवस, अंतर्राष्ट्रीय मानव भ्रातृत्व दिवस (International Day of Human Fraternity)
6 फरवरी 2022- International day of Zero tolerance for female genital mutilation
8 फरवरी 2022- International Epilepsy Day
9 फरवरी 2022- सुरक्षित इंटरनेट दिवस
10 फरवरी 2022- विश्व दाल दिवस, National Deworming Day
11 फरवरी 2022- विज्ञान में बालिकाओं तथा महिलाओं का दिवस, विश्व यूनानी दिवस
12 फरवरी 2022- राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस
13 फरवरी 2022- विश्व रेडियो दिवस, विश्व महिला दिवस
15 फरवरी 2022- अंतर्राष्ट्रीय बचपन कैंसर दिवस (International Childhood Cancer Day)
20 फरवरी 2022- विश्व सामाजिक न्याय दिवस, विश्व पैंगोलिन दिवस
21 फरवरी 2022- अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस
22 फरवरी 2022- World thinking day
24 फरवरी 2022- केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस
27 फरवरी 2022- विश्व NGO दिवस, राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस
28 राष्ट्रीय विज्ञान दिवस, दुर्लभ रोग दिवस
मार्च माह के महत्वपूर्ण दिवस: Important Days and Dates in March 2022
1 मार्च 2022- शून्य भेदभाव दिवस, विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस, नागरिक लेखा दिवस
2 मार्च 2022- कर्मचारी प्रशंसा दिवस
3 मार्च 2022- विश्व श्रवण दिवस, विश्व वन्यजीव दिवस
4 मार्च 2022- राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस,
7 मार्च 2022- जन औषधि दिवस (Generic Medicine Day)
8 मार्च 2022- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
10 मार्च 2022- CISF स्थापना दिवस, National Gestational Diabetes Mellitus (GDM) Awareness Day
11 मार्च 2022- विश्व किडनी दिवस
14 मार्च 2022- अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस, International Day of Action for Rivers
15 मार्च 2022- विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस
16 मार्च 2022- राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस
18 मार्च 2022-Ordnance Factory Day, Global Recycling Day
19 मार्च 2022- विश्व निद्रा दिवस
20 मार्च 2022- विश्व खुशहाली दिवस, विश्व गौरैया दिवस, World Oral Health Day
21 मार्च 2022- विश्व वानिकी दिवस, विश्व कविता दिवस, विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस, International Day of Nowruz, International Day for the elimination of Racial discrimination
22 मार्च 2022- विश्व जल दिवस, बिहार दिवस,
23 मार्च 2022- World Meteorological Day, शहीद दिवस
24 मार्च 2022- विश्व क्षय रोग दिवस, International day for the right to the truth concerning gross human rights violations and for the dignity of victims
25 मार्च 2022- International Day of Solidarity with detained and missing staff members
27 मार्च 2022- विश्व रंगमंच दिवस, Earth Hour
29 मार्च 2022- विश्व पियानो दिवस
31 मार्च 2022- International transgender day of Visibility
नवंबर माह के महत्वपूर्ण दिवस: Important Days and Dates in November 2022
1 नवंबर 2022- विश्व शाकाहारी दिवस
2 नवंबर 2022- आयुर्वेद दिवस
5 नवंबर 2022- विश्व रेडियोग्राफी दिवस, विश्व सुनामी जागरूकता दिवस
7 नवंबर 2022- शिशु सुरक्षा दिवस, विश्व कैंसर जागरूकता दिवस
10 नवंबर 2022- परिवहन दिवस
11 नवंबर 2022- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
12 नवंबर 2022- विश्व निमोनिया दिवस
14 नवंबर 2022- राष्ट्रीय बाल दिवस
15 नवंबर 2022- जनजातीय गौरव दिवस
16 नवंबर 2022-ऑडिट दिवस
17 नवंबर 2022- राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस
18 नवंबर 2022- विश्व वयस्क दिवस
19 नवंबर 2022- विश्व नागरिक दिवस, राष्ट्रीय क़ौमी एकता दिवस, अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस
20 नवंबर 2022- आवास दिवस
26 नवंबर 2022- कानून दिवस या संविधान दिवस
30 नवंबर 2022- झंडा दिवस
दिसंबर माह के महत्वपूर्ण दिवस: Important Days and Dates in December 2022
1 दिसंबर 2022- विश्व एड्स दिवस
2 दिसंबर 2022- विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस, दासता उन्मूलन दिवस, प्रदूषण नियंत्रण दिवस
3 दिसंबर 2022- अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस
4 दिसंबर 2022- नौसेना दिवस
5 दिसंबर 2022-विश्व मृदा दिवस
6 दिसंबर 2022- महापरिनिर्वाण दिवस, मैत्री दिवस
7 दिसंबर 2022- सशस्त्र सेना झंडा दिव
9 दिसंबर 2022- भ्रष्टाचार के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस
10 दिसंबर 2022-मानवाधिकार दिवस
11 दिसंबर 2022- विश्व पर्वत दिवस
14 दिसंबर 2022-विश्व ऊर्जा दिवस
16 दिसंबर 2022- विजय दिवस
18 दिसंबर 2022- विश्व प्रवासी दिवस, अल्पसंख्यक अधिकार दिवस
19 दिसंबर 2022-गोवा मुक्ती दिवस
20 दिसंबर 2022- विश्व मानव एकजुटता दिवस
22 दिसंबर 2022- राष्ट्रीय गणित दिवस
23 दिसंबर 2022- राष्ट्रीय किसान दिवस, किसान दिवस
24 दिसंबर 2022- भारतीय ग्राहक दिवस
25 दिसंबर 2022- सुशासन दिवस
29 दिसंबर 2022-अंतर्राष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस
इस आर्टिकल में हमने वर्ष 2022 के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिवसों की सूची के बारे में विस्तार से जाना। अखबार में हम पढ़ते रहते हैं आज ये दिवस है, कल वो दिवस है। और इन दिवस से जुड़े सवाल विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाते हैं।
आशा करता हूँ कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी ,अगर आपको पोस्ट पसंद आये तो पोस्ट को शेयर जरुर करें।
RTE Act 2009 in Hindi – शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009
इस पोस्ट में हम आपके लिए लेकर आये हैं RTE Act 2009 in Hindi – शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जैसे की RTE Act 2009 क्या है ? RTE Act का फुल फॉर्म क्या हैं और RTE Act 2009 में कब किस दिन लागु हुआ था? RTE Act 2009 के क्या उदेश्य हैं और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 का इतिहास क्या हैं।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 से जुडी इन सभी बिन्दुओ की जानकारी विस्तार पूर्वक नीचे दिया गया है आपके जानकारी के लिए बता की RTE Act 2009 से जुड़े कई प्रश्न सेट्रल गवर्मेंट के परीक्षा में कई बार पूछे जा चुके हैं जैसे की RTE Act 2009 कब लागु हुआ था RTE Act 2009 के क्या उद्देश्य हैं |
“हर घर में हो साक्षरता का वास, तभी तो होगा देश का विकास” किसी भी विकसित या विकासशील देश की सबसे बड़ी ताकत होते है उस देश के युवा और बच्चे। इसलिए भारत में शिक्षा के विकास के लिए RTE Act यानि राइट टू एजुकेशन एक्ट लाया गया। RTE Act के तहत 6-14 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को निःशुल्क व अनिवार्य शिक्षा के लिए क़ानूनी अधिकार प्राप्त है। पर बहुत ही कम लोग होंगे जिन्हें ‘शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009’ (RTE Act 2009 in Hindi) के बारे में विस्तृत जानकारी होगी।
RTE Act 2009 के 38 अनुच्छेद
संक्षिप्त नाम और विस्तार
परिभाषा
निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा
प्रवेश ना दिए गए बालकों को या जिन्होंने प्राथमिक शिक्षा पूरी नहीं की है के लिए विशेष उपबंध
अन्य विद्यालय में स्थानांतरण का अधिकार
राज्य सरकारों और स्थानीय पदाधिकारियों को विद्यालय स्थापित करने के कर्तव्य
वित्तीय तथा अन्य उत्तरदायित्व में हिस्सा बांटना
राज्य सरकारों के कर्तव्य
स्थानीय पदाधिकारियों के कर्तव्य
माता पिता और संरक्षक का कर्तव्य
राज्य सरकारों का विद्यालय पूर्व शिक्षा के लिए व्याख्या करना
निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा के लिए विद्यालय के उत्तर की सीमा
एडमिशन या प्रवेश के लिए किसी प्रति व्यक्ति फीस और अनुवीक्षण प्रक्रिया का ना होना
प्रवेश के लिए आयु का सबूत
एडमिशन से इंकार ना करना
रोकने और निष्कासन का प्रावधान
बालक को शारीरिक दंड और मानसिक उत्पीड़न का प्रतिषेध
मान्यता प्रमाण पत्र प्राप्त किए बिना किसी विद्यालय का स्थापित ना किया जाना
विद्यालय के मान और मानक
अनुसूची का संशोधन करने की शक्ति
विद्यालय प्रबंधन समिति
विद्यालय विकास योजना
शिक्षकों की नियुक्ति के लिए योग्यतायें और सेवा के निबंधन और शर्तें
छात्र शिक्षक अनुपात
शिक्षकों की रिक्तियों का भरा जाना
गैर शैक्षिक प्रयोजनों के लिए शिक्षकों को अभिनियोजित किए जाने का प्रतिषेध
पाठ्यक्रम और मूल्यांकन प्रक्रिया
परीक्षा और समापन प्रमाण पत्र
बालक के शिक्षा के अधिकार को मॉनिटर करना
शिकायतों को दूर करना
राष्ट्रीय सलाहकार परिषद का गठन
राज्य सलाहकार परिषद का गठन
निर्देश जारी करने की शक्ति
अभिनियोजन नियोजन के लिए पूर्व मंजूरी
सद्भावपूर्वक की गई कार्रवाई के लिए संरक्षण
राज्य सरकारों के नियम बनाने की शक्ति
RTE Full Form in Hindi
RTE Ka Full Form – Right To Education Act / शिक्षा का अधिकार अधिनियम (Right Of Children To Free And Compulsory Education Act) है। हिंदी में RTE Full Form – “निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009” के नाम से भी जाना जाता है।
तो यहाँ हमने जाना की RTE Ka Full Form – Right To Education Act हैं आगे आपको बताया गया हैं की RTE एक्ट कब लागु हुआ था |
RTE Act Kab Lagu Hua
शिक्षा का अधिकार अधिनियम भारतीय संसद द्वारा 4 अगस्त 2009 को पारित किया गया था तथा जो 1 अप्रैल 2010 से सम्पूर्ण भारत में प्रभावी हुआ।
राइट टू एजुकेशन इन इंडिया
भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लचीला और विस्तृत संविधान है। Right To Education Act के लागू होने के बाद भारत भी उन 135 देशों की सूची में सम्मिलित हो गया है। जहां बच्चो के लिए अनिवार्य तथा मुफ्त शिक्षा का प्रावधान है।
अधिनियम का इतिहास
दिसंबर 2002 को भाग-3 के अनुच्छेद 21(a) के माध्यम से 86वें संशोधन विधेयक के तहत 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों को मुफ्त, नियमित एवं अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को मौलिक अधिकार माना गया।
इस पोस्ट में हमने जानना की RTE Act 2009 in Hindi – शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जैसे की RTE Act 2009 क्या है ? RTE Act का फुल फॉर्म क्या हैं और RTE Act 2009 में कब किस दिन लागु हुआ था ? RTE Act 2009 के क्या उदेश्य हैं और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 का इतिहास क्या हैं |
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शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 जम्मू-कश्मीर में कब लागू हुआ
आज के इस पोस्ट में हमने शिक्षा का अधिकार अधिनियम2009 के बारे में विस्तार से जाना, शिक्षा का अधिकार पहले एक मौलिक अधिकार नहीं था, इसे एक सामान्य अधिकार के रूप में जाना जाता था, परन्तू शासन द्वारा 2009 में इसे एक मौलिक अधिकार के रूप में जोड़ा गया। शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 से जुड़े प्रश्न भी विभिन्न परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।
आशा करता हूँ कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम2009 का यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी , अगर आपको पोस्ट पसंद आये तो पोस्ट को शेयर जरुर करें।
1857 की क्रांति या भारतीय विद्रोह की खास जानकारी (Special information about the Revolt of 1857 or the Indian Rebellion)
नमस्कार दोस्तों, आज के इस पोस्ट में हम 1857 की क्रांति या भारतीय विद्रोह की खास जानकारी के बारे में जानेंगे। 1857 की क्रांति कोभारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम भी कहते हैं। 1857 की क्रांति अंग्रेजी शासन को हटाने का भारतीयों का प्रथम संगठित प्रयास था। इस समय भारत का गवर्नर जनरल लार्ड कैनिंग एवं मुख्य सेनापति ऐनसन था। यह विद्रोह उपनिवेशवादी नीतियों एवं शोषण का परिणाम था। इस विद्रोह के कई कारण थे, जिनमें राजनीतिक, आर्थिक, प्रशासनिक, सैनिकसामाजिक एवं धार्मिक कारण सभी थे। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे- upsc,state psc,rrb, ntpc, railway, banking po, banking clerk इत्यादि में 1857 की क्रांति से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।
इस विद्रोह का तात्कालिक कारण चर्बीयुक्त कारतूसों का प्रयोग था। 1857 का विद्रोह29 मार्च 1857 को बैरकपुर (प.बंगाल) की छावनी से प्रारंभ हुआ तथा मई, 1857 में मेरठ के सैनिकों ने भी अंग्रेजी शासन के विरुद्ध विद्रोह का बिगुल बजा दिया। मेरठ छावनी के सैनिक मंगल पांडे ने नये कारतूसों के विरुद्ध आवाज उठायी तथा 8 अप्रैल, 1857 को उन्हें फाँसी दे दी गई मंगल पांडे 34 इन्फैन्ट्री राइफल के जवान थे। इसके बाद यह विद्रोह तेजी से पूरे देश में फैल गया तथा अलग-अलग स्थानों पर इसे अलग-अलग लोगों ने नेतृत्व प्रदान किया।
1857 की क्रांति या भारतीय विद्रोह की खास जानकारी -
इस विद्रोह की वास्तविक शुरुआत 10 मई 1857 ईको मेरठ से हुई थी।
अंग्रेजों को खदेड़ने के लिए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नींव साल 1857 में सबसे पहले मेरठ के सदर बाजार में भड़की, जो पूरे देश में फैल गई थी।
इस विद्रोह के शुरू होने की पूर्व निर्धारित तिथि 31 मई, 1857 थी।
10 मई 1857 में शाम पांच बजे जब गिरिजाघर का घंटा बजा, तब लोग घरों से निकलकर सड़कों पर एकत्रित होने लगे थे।
9 मई 1857 को कोर्ट मार्शल में चर्बीयुक्त कारतूसों को प्रयोग करने से इंकार करने वाले 85 सैनिकों का कोर्ट मार्शल किया गया था।
10 मई 1857 की शाम को ही इस जेल को तोड़कर 85 सैनिकों को आजाद करा दिया था।
दिल्ली के सम्राट बहादुरशाह जफर कर रहे थे परन्तु यह नेतृत्व औपचारिक एवं नाममात्र का था।
1857 विद्रोह के अन्नेय तृत्वकर्ता - जनरल बख्त खां (सैनिक नेतृत्व ) एवं बहादुरशाह जफर (असैनिक नेतृत्व), बेगम हजरत महल एवं विरजिस कादिर, नाना साहब (अंतिम पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र), रानी लक्ष्मीबाई (राजा गंगाधरराव की विधवा), तात्या टोपे, मौलवी अहमद उल्ला (मूलत: मद्रास के बाद में फैजाबाद आ गए), खान बहादुर, कुंवर सिंह (जगदीशपुर की आरा रियासत के शासक), राव तुला राम
1857 विद्रोह के केंद्र - दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, झाँसी, ग्वालियर, फैजाबाद, बरेली, बिहार और फरीदाबाद।
1857 के विद्रोह को दबाने में अंग्रेजों के कई प्रमुख सेनापतियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ये इस प्रकार थे-
1.दिल्ली (लेफ्टिनेंट हडसन, लेफ्टिनेंट विलोवी, जॉन निकोलसन),
1857 के इस विद्रोह की असफलता का प्रमुख कारण विद्रोहकर्ताओं में योग्य नेतृत्व एवं सामंजस्य का अभाव था।
इस विद्रोह में सिंधिया, निजाम, भोपाल के नवाब आदि ने अंग्रेजों का साथ दिया था।
इस विद्रोह के बाद ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का अंत हो गया एवं ताज का शासन प्रारंभ हो गया।
सेना का पुनर्गठन एवं उसमें भारतीयों की संख्या में कमी की गई।
अंग्रेजों ने फूट डालो एवं राज करो की नीति अपना ली।
इस विद्रोह के बारे में वीर सावरकर ने कहा कि "1857 का विद्रोह स्वधर्म और राजस्व के लिए लड़ा गया राष्ट्रीय संघर्ष था।" आर. सी. मजूमदार ने कहा कि "यह न तो प्रथम था, न ही राष्ट्रीय था और यह स्वतंत्रता के लिए संग्राम भी नहीं था।"
जॉन लारेंस एवं सीले ने कहा कि "1857 का विद्रोह सिपाही विद्रोह मात्र था।"
जेम्स आउटूम एवं डब्ल्यू. बी. टेलर ने कहा कि "यह अंग्रेजों के विरुद्ध हिंदू एवं मुसलमानों का षड्यंत्र था।" •एल. आर. रीज ने कहा कि "यह धर्मांधों का ईसाइयों के विरुद्ध षडयंत्र था।"
बेंजामिन डिजरैली ने कहा कि "1857 का विद्रोह सचेत संयोग से उपजा राष्ट्रीय विद्रोह था।"
जवाहरलाल नेहरू ने कहा कि "सन् सत्तावन का विद्रोह सिपाही विद्रोह नहीं, अपितु स्वतंत्रता प्राप्ति के निमित्त भारतीय जनता का संगठित संग्राम था।"
विपिन चंद्र ने कहा कि "1857 का विद्रोह विदेशी शासन से राष्ट्र को मुक्त कराने का देशभक्तिपूर्ण प्रयास था।"
इस पोस्ट में हमने 1857 की क्रांति या भारतीय विद्रोह की खास जानकारी के बारे में जाना। 1857 की क्रांतिभारतीय स्वतंत्रता की सबसे बड़ी लड़ाई थी, इसलिए 1857 की क्रांति को भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम भी कहते हैं। 1857 की क्रांति से जुड़े प्रश्न विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाते हैं।
आशा करता हूँ की 1857 की क्रांति की यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी अगर आपको पोस्ट पसंद आये तो पोस्ट को शेयर जरुर करें।
अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले और उनकी जानकारी (Major matters of international places and their knowledge)
नमस्कार दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले के बारे में जानेंगे। हमारे देश भारत के अलावा जितने और भी मामले पूरी दुनियाभर में घटित होते रहते उन्हें हम अंतर्राष्ट्रीय मामलों का नाम दे सकते हैं। नीचे आपको इन्ही में से कुछ अंतर्राष्ट्रीय जगहों और उनके प्रमुख मामलों की जानकारी दे रहें हैं। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे-UPSC, STATE PCS,SSC, RRB, NTPC, RAILWAY, BANKING PO, BANKING CLERK, CDS इत्यादि में भी अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।
लेह - पहला फील्ड स्टेशन
लद्दाख क्षेत्र में पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं से निपटने के लिए सरकार ने बर्फीले मरुस्थल लेह में फील्ड स्टेशन स्थापित करने के लिए अपनी मजूरी दे दी है। यह फील्ड स्टेशन अल्मोड़ा स्थित जीबी पन्त हिमालय पर्यावरण विकास संस्थान द्वारा स्थापित किया जायेगा। यह अपनी तरफ का पहला फील्ड स्टेशन होगा, जिसके पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में चीन की सीमा लगी होगी।
दिशनगढ़ - सबसे बड़ा ऊर्जा संयंत्र
आसनसोल के दिशनगढ़ में देश का सबसे बड़ा दो मेगावाट और पीपी ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जायेगा। इस बिजली संयत्र की स्थापना के लिए 30.9 करोड़ रूपए का ऋण देने हेतु पश्चिम बंगाल ग्रीन एनर्जी डेवलपमेंट कॉर्पोरशन लिमिटेड और पॉवर फाइनेंस कारपोरेशन के बिच समझौता हुआ।
भारत के विश्व प्रसिद्द ऐतिहासिक स्थल भीमबेटका में मिले शैलचित्रो के सामान ही मध्यप्रदेश के सागर शहर से करीब 10 किमी दूर स्थित गढ़ी मोलाली गाँव के आस पास की पहाडियों में दस हज़ार साल इसा पूर्व से भी पहले के शैलचित्रो का पता चला है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग व सागर विश्वविद्यालय के प्राचीन विभाग द्वारा किये गए संयुक्त सर्वेक्षण में यहाँ स्थित दर्जनों गुफाओ की दीवारों पर बड़ी संख्या में लाल, पीले व सफ़ेद रंगों में उकेरी गयी आकृतिया मिली। सर्वेक्षण दल के कथनानुसार ये शैलचित्र प्राचीन व संख्या के नज़रिए से भीमबेटका में मिले शैलचित्रो के समकक्ष ही है।
तक्षशीला - भगवान् बुद्ध की 2,000 वर्ष पुरानी प्रतिमा
पाकिस्तान पुरातत्वविदों को ऐतिहासिक शहर तक्षशीला से भगवान् बुद्ध की 2,000 वर्ष पुरानी एक दुर्लब प्रतिमा प्राप्त हुई है। यह प्रतिमा लाल बालू पत्थर (सेंडस्टोन) की बनी हुई है। 13,312 सेमी की इस प्रतिमा में भगवन बुद्ध आसन मारकर एक सिंहासन पर बैठे हुए है , जिसे दो सिंहो ने सहारा दे रखा है।
लन्दन - सबसे महंगा व गन्दा शहर
एक सर्वे में लन्दन को यूरोप का सबसे महंगा व गन्दा शहर बताया गया है। पर्यटन से जुडी एक संस्था ‘ट्रिप एडवाइज़र’ द्वारा सेलानियो के बीच कराये गये सर्वे में यह बात सामने आई है। लेकिन, इन सबके बावजूद रात बिताने के लिए पर्यटक लन्दन को सबसे पहली पसंद मानते है। इस सर्वे में शौपिंग के लिहाज़ से लन्दन दुसरे स्थान पर आया है।
चिली – पहला अंटार्कटिका संग्रहालय
चिली के पुन्टा अरेना शहर में दुनिया का पहला अंटार्कटिका संग्रहालय स्थापित किया जायेगा। इस संग्रहालय में लोगो को अंटार्कटिक से जुड़े विभिन्न पहलुओ को जानने का अवसर मिलेगा। इस संग्रहालय के निर्माण में 2 करोड़ डॉलर खर्च किये जायेंगे।लगभग तीन वर्षो में संग्रहालय का निर्माण कार्य पूरा होगा।
मिस्र – 7,000 वर्ष पुराने शहर
अमेरिका के पुरातात्वेताओ ने मिस्त्र के फडयूम नखलिस्तान में 7,000 वर्ष पुराने शहर के अवशेषों की खोज की है। इन अवशेषों को नए पाषाण यूग में 5200 ईसा पूर्व से 4500 ईसा पूर्व के बीच का बताया जा रहा है।
यांगून - भीषण चक्रवर्ती तूफ़ान ‘नर्गिस’
चक्रवर्ती तूफ़ान ‘नर्गिस’ – 4 मई , 2008 को म्यांमार की राजधानी यांगून में भीषण चक्रवर्ती तूफ़ान ‘नर्गिस’ की चपेट में आने के कारण 243 लोगो की मृत्यु हो गयी। यह तूफ़ान इस क्षेत्र में आये सभी तुफानो में भीषण व तबाहिपूर्ण था।
एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका को पीछे छोड़कर चीन अब सबसे अधिक प्रदुषण फ़ैलाने वाला देश बन गया है। चीन में ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन का स्तर अमेरिका के 2006-7 के स्तर को पार गया है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के अनुसार अनुसंधानकर्ताओ की यह रिपोर्ट मई माह में जर्नल इनवायरमेंट इकोनोमिक्स एंड मैनेजमेंट में प्रकाशित होंगी। इस रिपोर्ट में चेतावनी दी गयी है की अगर चीन ने अपनी उर्जा निति में व्यापक फेरबदल नहीं किये तो वहाँ ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन क्योटो संधि में तय मानको से कई गुना अधिक् हो जायेगा।
गांधी के आदर्शो को मान्यता देगी यूरोपीय संसद –
अब यूरोपीय संसद (ईपी) ने भी मान लिया है की गांधीवाद का कोई जबाब नहीं है। असल, में यूरोपीय संसद ने अपनी एक वार्षिक रिपोर्ट में महात्मा गांधी के अहिंसावाद को मानवाधिकार के सिद्दांतो को सुनुश्चित करने के लिए एकदम सटीक बताया है रिपोर्ट में यह भी प्रस्ताव किया गया है की यूरोपीय यूनियन के मानवाधिकार और जनतांत्रिक निति में गांधीवाद का प्रोत्साहन प्राथमिकता से किया जाना चाहिए। ‘वैश्विक मानवाधिकार 2007’ के मान से पेश यूरोपीय संसद की इस रिपोर्ट में कहा गया है की केंद्रीय राजनैतिक भूमिका के तौर पर गांधीवाद के सिद्दांतो को शामिल करने के लिये वर्ष 2009 में अहिंसा पैर यूरोपीय कांग्रेस बुलाई जाये और वर्ष 2010 को ‘यूरोपीय इयर ऑफ़ नॉन वायलेंस’ घोषित किया जाए। रिपोर्ट में यूरोपीय संगठन के सदस्यों से संयूक्त राष्ट्र में वर्ष 2010 से 2020 के दशक को ‘अहिंसा का दशक’ घोषित करने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया गया है। यूरोपीय संसद के विदेश मामलों की समिति द्वारा अप्रैल में स्वीकृत इस रिपोर्ट पर 8 मई को यूरोपीय संसद के पूर्ण सत्र में वोटिंग होंगी।
नेपाल में संविधान सभा के लिए चुनाव –
10 अप्रैल को नेपाल में संविधान सभा के लिए हुए चुनाव में माववादी पार्टी को प्रचंड के नेत्तृत्व में जबरदस्त सफलता मिली। नेपाली कांग्रेस तथा कम्यूनिष्ठ पार्टी को इस चुनाव में करारा झटका लगा। चुनाव के बाद नेपाल के राजशाही के समाप्त होने के आसार बन गये है।
भूटान में 24 मार्च, 2008 को हुए ऐतिहासिक प्रथम संसदीय चुनाव पुरिब्तारह से एक तरफा रहे। चुनाव परिणामो में द्रुक फुएंसम शोगपा (डीपीटी) ने कुल 47 में से 44 सीटो पैर कब्ज़ा जमा लिया। डीपीटी का नेतृत्व पूर्व प्रधानमन्त्री जिग्मे शिनले कर रहे थे। इस चुनाव से देश में पिछले एक सदी से चले आ रहा राजशाही का दौर ख़त्म हो रहा है और लोकतंत्र की स्थापना की जा रही है। कोई असर पड़ता नज़र नही आया और उन्होंने बचीं की तानाशाही नीतियों के खिलाफ अपना प्रदर्शन जारी रखा।
म्यांमार में वर्ष 2010 में होंगे आम चुनाव –
म्यांमार की सैन्य सरकार ने 8 फ़रवरी , 2007 को घोषणा की कि देश में आम चुनाव वर्ष 2010 में करवाए जायेंगे। सैन्य शाशन जुंटा के अनुसार नए संविधान को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक जनमत संग्रह मई , 2007 में कराया गया। यह पहला अवसर था , जब सैन्य सरकार ने लोकतंत्र की दिशा में अपनी योजना के लिए किसी तथ्य का निर्धारण किया।
प्रवासी कर –
ग्रेट ब्रिटेन सर्कार यूरोपीय संघ से बाहर के देशो से आने वाले प्रवासियों से प्रवासी कर (Migration tax) वसूलेगी। यह कर तब तक वसूलेगी , जब तक प्रवासी/प्रवासियों को ब्रिटेन की पूर्णतः नागरिकता नहीं मिल जाती। इस कर के आरोपण के के पीछे का तर्क यह है की बाहर से आने वाले लोग ब्रिटेन की सेवाओ यथा- स्वास्थ्य एवं शिक्षा का उपभोग करेंगे। इन सेवाओ के उपभोग करने के कारण ही प्रवासियों से प्रवासी कर वसूला जायेगा। यह कर बुजुर्गो एवं अपने बच्चो के साथ आने वाले लोगो को अधिक देना होगा , क्योकि उपर्युक्त सेवाओ का सर्वाधिक उपयोग ये ही करेंगे। वसूले गये कर को प्रस्तावित ‘ब्रिटिश न्याय कोष’ में जमा कराया जायेगा, जिसे सेवा उपलब्बध कराने वाले संगठनो को दिया जायेगा। इस न्याय कोष में 15 मिलियन पौंड संगृहीत होने कका अनुमान है।
कोसोवा ने स्वतंत्रता की घोषणा की –
सर्बिया के प्रति कोसोवा ने 17 फ़रवरी, 2008 को सार्वभौम स्वतंत्रता की घोषणा कर दी। स्वतंत्रता की घोषणा के पश्चात् कोसोवा में संयूक्त राष्ट्र की जगह यूरोपीय मिशन के लोग आ जायेंगे। इस मिशन का नेतृत्व डच राजनईक पीटर फीथ के हाथ में होगा।
मानव तस्करी के खिलाफ संयूक्त राष्ट्र संघ का नया संघर्ष –
दुनियाभर में मानव तस्करी की रोकथाम सम्बन्धी समझौते को लागू करने वाली प्रमुख संस्था संयूक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध रोकथाम कार्यालय ‘यूएनओडीसी’ ने इसके खिलाफ लडाई तेज करने के लिए संयूक्त राष्ट्र वैश्विक मानव तस्करी संघर्ष पहल ‘यूनगिफ्ट’ शुरू की है। इसका उद्देश्य मानव तस्कारी के खिलाफ जागरूकता बढाना , मानव तस्करी सम्बंधित आकड़ो के आधार को मजबूत करना और तकनिकी सहायता बढाना है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए विऐना में फ़रवरी, 2008 में मानव तस्करी के विषय पर विश्व सम्मलेन का आयोजन किया गया। इस सम्मलेन में मानव तस्करी के मूल कारणों , उसके सामाजिक व आर्थिक प्रभावों तथा इसे समाप्त करने के लिए आवश्यक उपायों पर जोर दिया गया।
साइप्रस व माल्टा यूरो अपनाने वाले देशो में शामिल –
यूरोपीय संघ (EU) के दो अन्य देश- माल्टा व साइप्रस ने 1 जनवरी , 2008 से यूरोप की एकीकृत मुद्रा- यूरो (Euro) को अपना लिया है। इससे यूरो मुद्रा वाले दशो की कुल, संख्या अब 15 हो गयी है। इससे पूर्व माल्टा में ‘माल्टीस लीरा’ तथा साइप्रस के ‘साइप्रस पाउंड’ प्रचलन में थे। साइप्रस में केवल दक्षिणी ग्रीक-भाषी क्षेत्र में ही यूरो को अपनाया गया है। उत्तरी टर्किश साइप्रस में पूर्ववत ‘टर्किश लीरा’ ही चलन में बरकरार है। उल्लेखनीय है की यूरोप के 12 देशो ने अपनी पृथक मुद्राओं के स्थान पर यूरो को 1 जनवरी , 2002 से अपनाया था। बाद में ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, फ़िनलैंड, इटली, लक्सम्बर्ग, नीदरलैंड,पुर्तगाल व स्पेन द्वारा भी ‘यूरो’ अपना लिए जाने से यूरो वाले देशो की संख्या 13 हो गयी थी।
पहले अफ़्रीकी उपग्रह का प्रक्षेपण सफल –
फ्रेंच गुआना के कोरु अन्तरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किये गये यूरोप के ‘एरियन 5’ राकेट ने 21 दिसम्बर , 2007 को अंतरिक्ष कक्ष में दो उपग्रहों को स्थापित किया , जिनमे पहला पैन- अफ़्रीकी संचार उपग्रह शामिल था। लांच लिए जाने के आधे घंटे बाद एरियन 5 ने अफ्रीका के ‘आरएससीओएम-क्यूएफ-1’ और अमेरिका के ‘होराज़न-2’ उपग्रह को कक्ष में स्थापित कर दिया। एरियन का यह साल का छठा सफल प्रक्षेपण था।
शेंजेन समझौते में पूर्वी यूरोप के नौ देश शामिल -
यूरोप के भूतपूर्व इंस्टर्न ब्लॉक के नौ देशों चेक गणराज्य, एस्तोनिया, हंगरी, लाटवियालिथुआनिया, माल्टा, पोलैण्ड, स्लोवाकिया और स्लोवेनिया ने 21 दिसम्बर, 2007 को यूरोपीय जोन में शामिल होने के लिए अपनी सरहदों पर आवाजाही में होने वाली रोक-टोक को समाप्त कर दिया ये देश यूरोप के शेंजेन समझौते में शामिल हो गए। इससे इनके 40 करोड़ लोग नॉवें में आर्कटिक सर्किल के पुर्तगाल के बीच बिना पासपोर्ट दिखाए स्वतन्त्रतापूर्वक आवागमन कर सकेंगे।
दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र बनाएँगे विश्व बैंक की तर्ज पर बैंक –
छह दक्षिण अमेरिकी राष्ट्रों अर्जेंटीना, बेनेजुएला, ब्राजील, बोलिविया, इक्वाडोर और पराग्वे के राष्ट्रपतियों ने 9 दिसम्बर, 2007 को विश्व बैंक और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की तर्ज पर दक्षिण अमेरिका में एक वैकिल्पक बैंक की शुरूआत करने के सिलसिले में एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इस बैंक की शुरुआत सात अरब अमेरिकी डॉलर से की गई। वेनेजुएला की राजधानी काराकस में इस बैंक का मुख्यालय होगा। अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स और बोलिविया की वैधानिक राजधानी ला पॉज में इस बैंक की एक-एक शाखा खोली गई हैं। इस बैंक का लक्ष्य दक्षिण अमेरिका के आर्थिक विकास के लिए आधारभूत संरचना और निजी क्षेत्र की परियाजनाओं को कम दरों पर वित्तीय सहायता देना है। अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे दूसरे अन्य संस्थानों में सभी सदस्यों को वीटो पावर की सुविधा नहीं है, जबकि दक्षिण अमेरिका के इस बैंक के सारे सदस्यों को वोटो पावर की सुविधा दी गई है।
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन बाली में सम्पन्न –
ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन पर कटौती के मामले में विश्वव्यापी सहमति कायम करने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में वैश्विक सम्मेलन (United Nations Climate Change Conference) इण्डोनेशिया के बाली द्वीप में नूसा दुआ (Nusa Dua) में 3-14 दिसम्बर, 2007 को सम्पन्न हुआ। 190 देशों के प्रतिनिधियों, वैज्ञानिकों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस सम्मेलन में भाग लिया। ऑस्ट्रेलिया जिसकी पूर्ववर्ती कंजरवेटिव सरकार ने इस सम्मेलन के बहिष्कार की घोषणा की थी, ने भी इस सम्मेलन में जोर-शोर से भाग लिया। ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमन्त्री केविन रूड स्वयं इस सम्मेलन को सम्बोधित करने वालों में शामिल थे। सम्मेलन में भागीदारी से पूर्व ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमन्त्री रूड ने क्योटो सन्धि पर हस्ताक्षर भी 3 दिसम्बर, 2007 को कार्यभार सँभालते ही किए थे। वर्ष 1997 में बनी क्योटो सन्धि से आगे की रणनीति बनाने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा किया गया था। विश्व के प्रमुख 36 औद्योगिक देशों पर लागू क्योटो सन्धि की अवधि 2012 में समाप्त हो रही है, इस सन्धि के अन्तर्गत इन 36 औद्योगिक देशों को 2008 तक ग्रीन हाउस गैसों में उत्सर्जन का स्तर क्रमशः घटाते हुए 1990 के स्तर तक लाने की जिम्मेदारी है। सम्मेलन में भारतीय शिष्टमण्डल का नेतृत्व केन्द्रीय विज्ञान मन्त्री कपिल सिब्बल ने किया था। दो सप्ताह तक चले इस सम्मेलन मे नई सन्धि तैयार करने को विकसित एवं विकासशील देशों में सहमति अन्तिम समय में ही हो सकीइस सम्बन्ध में अगली बैठक डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में वर्ष 2009 में होगी। सन्धि वर्ष 2012 में लागू होगी।
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमन्त्री बेनजीर भुट्टो की हत्या -
आठ वर्ष के निर्वासन के पश्चात् 18 अक्टूबर, 2007 को स्वदेश लौटी पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमन्त्री बेनजीर भुट्टो की रावलपिण्डी में 27 दिसम्बर2007 को जब एक चुनावी सभा को सम्बोधित करने के बाद वह अपनी गाड़ी में सवार हुई थीं रहस्यमय परिस्थतियों में हत्या कर दी गई।
15 सितम्बर अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस घोषित -
लोकतन्त्रीकरण एवं विकास को बढ़ावा देने और मानवाधिकार एवं मौलिक स्वतन्त्रता के सम्मान पर जोर देते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 15 सितम्बर 2007 को अन्तर्राष्ट्रीय लोकतन्त्र दिवस घोषित किया है।
नेपाल को गणतन्त्र घोषित करने का प्रस्ताव पारित –
नेपाल की संसद ने संविधान सभा चुनाव के बाद नेपाल को गणतन्त्र घोषित करने का प्रस्ताव 4 नवम्बर, 2007 को पारित कर दिया। संविधान सभा के चुनाव समानुपातिक निर्वाचन प्रणाली से होंगेसत्ताधारी गठबन्धन के राजशाही के मुद्दे पर एकमत नहीं हो पाने के कारण संसद के विशेष सत्र को आगे बढ़ाया गया था। विशेष सत्र की समाप्ति के अवसर पर माओवादियों ने देश को तत्काल गणतन्त्र घोषित करने का प्रस्ताव वापस ले लिया। इसके बदले में संसद ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूएमएल) का वह संशोधित प्रस्ताव पारित किया, जिसमें संविधान सभा चुनाव के बाद नेपाल को गणतन्त्र घोषित करने की बात कही। पूर्ण रूप से समानुपातिक निर्वाचन प्रकिया अपनाने की माओवादियों की माँग भी संसद ने मंजूर कर ली। माओवादियों ने संसद में अपनी पार्टी के प्रस्ताव को वापर लेने और सीपीएम (यूएमएल) की ओर से पेश संशोधित प्रस्ताव को समर्थन देने की घोषणा की। हालांकि, देश की सबसे बड़ी नेपाली कांग्रेस पार्टी ने दोनों प्रस्तावों के खिलाफ मतदान किया।
2008 विश्व पर्यावरण –
संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2008 को विश्व पर्यावरण स्वछता वर्ष घोषित किया है। संयूक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इसकी घोषणा की। मौजूदा समय में दुनियाभर में 2 अरब से जादा लोगो के पास बुनियादी पर्यावरण सफाई सुविधाओं का अभाव है। विकासशील देशो में अधिकतर लोगो के लिए स्वच्छ जल भी उपलब्बध नहीं है। आंकड़ो के अनुसार दुनियाभर में हर सप्ताह 40 हज़ार से जादा लोग ख़राब पानी एवं गंदिगी के कारण उत्पन्न होने वाली बीमारियों से मौत का शिकार बन जाते है। ऐसी गंभीर स्तिथि से निपटने के लिए पुरे विश्व में स्वच्छता पर ध्यान देना बहुत ही आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखकर वर्ष 2008 को विश्व पर्यावरण स्वच्छता वर्ष के रूप में मनाया जायेगा।
आज के इस आर्टिकल में हमने अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले के बारे में जाना। पुरे विश्व में हो रहे सभी देशों की घटनाये या मामले अंतर्राष्ट्रीय मामले कहलाते हैं। इन्ही अंतर्राष्ट्रीय मामलों से जुड़े प्रश्न विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।
आशा करता हूँ कि अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले का यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा, यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आये तो इस आर्टिकल को शेयर अवश्य करें।
इतिहास सामान्य ज्ञान 2022 | History Gk Abjective Question-Answer in Hindi
नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको इतिहास के 1000 महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान 2022 (10 Important General Knowledge of History)के बारे में बताया हैं इतिहास से अधिकांश पूछे जाने वाले सभी प्रश्न और उनके जवाब नीचे दिए गये हैं । भारत का इतिहास एक लम्बा और गौरवशाली इतिहास रहा है। भारत के इतिहास से जुड़े प्रश्न विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा जैसे- UPSC, STATE PCS, SSC, RRB, NTPC, RAILWAY, BANKING PO, BANKING CLERK, CDG,NET/JRF इत्यादि में पूछे जाते हैं।
1.जिस काल का कोई लिखित विवरण उपलब्ध नहीं हो, कहा जाता हैं.
(अ)प्रागैतिहासिक काल
(ब) आद्य ऐतिहासिक काल
(स) प्राचीन काल
(डी) ऐतिहासिक काल
उत्तर – (अ) प्रागैतिहासिक काल
2.आदिमानव ने सर्वप्रथम किस पशु को पालतू बनाया?
(अ)बैल
(ब) कुत्ता
(स) हाथी
(द) गाय
उत्तर - (ब) कुत्ता
3.आधुनिक होमोसेपियंस मानव का उदभव किस काल में हुआ?
(अ)निम्न्पुरापाषण
(ब) मध्य पुरापाषण
(स) उच्च पुरापाषण
(द) ताम्रपाषण
उत्तर - उच्च पुरापाषण
4.मानव ने आग का प्रयोग किस काल में प्रारंभ किया?
(अ)मध्यपाषण काल
(ब) नवपाषण काल
(स) ताम्रपाषण काल
(द) कास्यं काल
उत्तर - (ब) नवपाषण काल
5.मानव ने सर्वप्रथम किस धातु का प्रयोग किया?
(अ)लोहा
(ब) चांदी
(स) तांबा
(द) पीतल
उत्तर - (स) तांबा
6.मानव द्वारा उपयोग में ली गई पहली फसल थी.
(अ)चावल
(ब) जौ
(स) गेहूं
(द) ये सभी
उत्तर - (स) गेहूं
7.मानव खाद्य पदार्थो का उद्पादक एवं उपभोक्ता कब बना?
(अ) मध्यपाषण काल
(ब) ताम्रपाषण काल
(स) नवपाषण काल
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर - (स) नवपाषण काल
8.निम्न में से कोण पुरातत्वविद हड़प्पा के उत्खनन से सम्बन्धित हैं?
(अ)दयाराम सहनी
(ब) आर.डी. बनर्जी
(स) एस.आर. राव
(द) बी.बी. लाल
उत्तर – (अ) दयाराम सहनी
9.हडपाई स्थलों में कांस्य नर्तकी की मूर्ति कहा से प्राप्त हुई है?
(अ)हड़प्पा
(ब) कालीबंगा
(स) चन्हुदड़ो
(द) मोहनजोदड़ो
उत्तर - (द) मोहनजोदड़ो
10.प्रसिद्ध पशुपति की मुहर कहा से मिली है?
(अ)हड़प्पा
(ब) लोथल
(स) मोहनजोदड़ो
(द) रंगपुर
उत्तर - मोहनजोदड़ो
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