अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले (Major Matters of International Places)

अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले और उनकी जानकारी (Major matters of international places and their knowledge)

नमस्कार दोस्तों,  आज के इस आर्टिकल में अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले  के बारे में जानेंगे। हमारे  देश भारत के अलावा जितने और भी मामले पूरी दुनियाभर में घटित होते रहते उन्हें हम अंतर्राष्ट्रीय मामलों का नाम दे सकते हैं। नीचे आपको इन्ही में से कुछ अंतर्राष्ट्रीय जगहों और उनके प्रमुख मामलों की जानकारी दे रहें हैं। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे-UPSC, STATE PCS,SSC, RRB, NTPC, RAILWAY, BANKING PO, BANKING CLERK, CDS इत्यादि में भी अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं। 

Major matters of international places and their knowledge

    लेह - पहला फील्ड स्टेशन

    लद्दाख क्षेत्र में पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं से निपटने के लिए सरकार ने बर्फीले मरुस्थल लेह में फील्ड स्टेशन स्थापित करने के लिए अपनी मजूरी दे दी है। यह फील्ड स्टेशन अल्मोड़ा स्थित जीबी पन्त हिमालय पर्यावरण विकास संस्थान द्वारा स्थापित किया जायेगा। यह अपनी तरफ का पहला फील्ड स्टेशन होगा, जिसके पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में चीन की सीमा लगी होगी।


    दिशनगढ़ - सबसे बड़ा ऊर्जा संयंत्र

    आसनसोल के दिशनगढ़ में देश का सबसे बड़ा दो मेगावाट और पीपी ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जायेगा। इस बिजली संयत्र की स्थापना के लिए 30.9 करोड़ रूपए का ऋण देने हेतु पश्चिम बंगाल ग्रीन एनर्जी डेवलपमेंट कॉर्पोरशन लिमिटेड और पॉवर फाइनेंस कारपोरेशन के बिच समझौता हुआ।

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    गढ़ी मोलाली गाँव - दस हज़ार साल पूर्व के शैलचित्र

    भारत के विश्व प्रसिद्द ऐतिहासिक स्थल भीमबेटका में मिले शैलचित्रो के सामान ही मध्यप्रदेश के सागर शहर से करीब 10 किमी दूर स्थित गढ़ी मोलाली गाँव के आस पास की पहाडियों में दस हज़ार साल इसा पूर्व से भी पहले के शैलचित्रो का पता चला है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग व सागर विश्वविद्यालय के प्राचीन विभाग द्वारा किये गए संयुक्त सर्वेक्षण में यहाँ स्थित दर्जनों गुफाओ की दीवारों  पर बड़ी संख्या में लाल, पीले व सफ़ेद रंगों में उकेरी गयी आकृतिया मिली। सर्वेक्षण दल के कथनानुसार ये शैलचित्र प्राचीन व संख्या के नज़रिए से भीमबेटका में मिले शैलचित्रो के समकक्ष ही है।


    तक्षशीला - भगवान् बुद्ध की 2,000 वर्ष पुरानी प्रतिमा

    पाकिस्तान पुरातत्वविदों को ऐतिहासिक शहर तक्षशीला से भगवान् बुद्ध की 2,000 वर्ष पुरानी एक दुर्लब प्रतिमा प्राप्त हुई है। यह प्रतिमा लाल बालू पत्थर (सेंडस्टोन) की बनी हुई है। 13,312 सेमी की इस प्रतिमा में भगवन बुद्ध आसन मारकर एक सिंहासन पर बैठे हुए है , जिसे दो सिंहो ने सहारा दे रखा है।


    लन्दन - सबसे महंगा व गन्दा शहर

    एक सर्वे में लन्दन को यूरोप का सबसे महंगा व गन्दा शहर बताया गया है। पर्यटन से जुडी एक संस्था ‘ट्रिप एडवाइज़र’ द्वारा सेलानियो के बीच कराये गये सर्वे में यह बात सामने आई है। लेकिन, इन सबके बावजूद रात बिताने के लिए पर्यटक लन्दन को सबसे पहली पसंद मानते है। इस सर्वे में शौपिंग के लिहाज़ से लन्दन दुसरे स्थान पर आया है।


    चिली – पहला अंटार्कटिका संग्रहालय

    चिली के पुन्टा अरेना शहर में दुनिया का पहला अंटार्कटिका संग्रहालय स्थापित किया जायेगा। इस संग्रहालय में लोगो को अंटार्कटिक से जुड़े विभिन्न पहलुओ को जानने का अवसर मिलेगा। इस संग्रहालय के निर्माण में 2 करोड़ डॉलर खर्च किये जायेंगे।लगभग तीन वर्षो  में संग्रहालय का निर्माण कार्य पूरा होगा।


    मिस्र – 7,000 वर्ष पुराने शहर

    अमेरिका के पुरातात्वेताओ ने मिस्त्र के फडयूम नखलिस्तान में 7,000 वर्ष पुराने शहर के अवशेषों की खोज की है। इन अवशेषों को नए पाषाण यूग में 5200 ईसा पूर्व से 4500 ईसा पूर्व के बीच का बताया जा रहा है।


    यांगून - भीषण चक्रवर्ती तूफ़ान ‘नर्गिस’

    चक्रवर्ती तूफ़ान ‘नर्गिस’ – 4 मई , 2008 को म्यांमार की राजधानी यांगून में भीषण चक्रवर्ती तूफ़ान ‘नर्गिस’ की चपेट में आने के कारण 243 लोगो की मृत्यु हो गयी। यह तूफ़ान इस क्षेत्र में आये सभी तुफानो में भीषण व तबाहिपूर्ण था। 

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    प्रदुषण फ़ैलाने में नम्बर वन बना चीन – 

    एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका को पीछे छोड़कर चीन अब सबसे अधिक प्रदुषण फ़ैलाने वाला देश बन गया है। चीन में ग्रीन हाउस गैसों के  उत्सर्जन का स्तर अमेरिका के 2006-7 के स्तर को पार गया है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के अनुसार अनुसंधानकर्ताओ की यह रिपोर्ट मई माह में जर्नल इनवायरमेंट इकोनोमिक्स एंड मैनेजमेंट में प्रकाशित होंगी। इस रिपोर्ट में चेतावनी दी गयी है की अगर चीन ने अपनी उर्जा निति में व्यापक फेरबदल नहीं किये तो वहाँ  ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन क्योटो संधि  में तय मानको से कई गुना अधिक् हो जायेगा। 


    गांधी के आदर्शो को मान्यता देगी यूरोपीय संसद – 

    अब यूरोपीय संसद (ईपी) ने भी मान लिया है की गांधीवाद का कोई जबाब नहीं है। असल, में यूरोपीय संसद ने अपनी एक वार्षिक रिपोर्ट में महात्मा गांधी के अहिंसावाद को मानवाधिकार के सिद्दांतो को सुनुश्चित करने के लिए एकदम सटीक बताया है रिपोर्ट में यह भी प्रस्ताव किया गया है की यूरोपीय यूनियन के मानवाधिकार और जनतांत्रिक निति में गांधीवाद का प्रोत्साहन प्राथमिकता से किया जाना चाहिए। ‘वैश्विक मानवाधिकार 2007’ के मान से पेश यूरोपीय संसद की इस रिपोर्ट में कहा गया है की केंद्रीय राजनैतिक भूमिका के तौर पर गांधीवाद के सिद्दांतो को शामिल करने के लिये वर्ष 2009 में अहिंसा पैर यूरोपीय कांग्रेस बुलाई जाये और वर्ष 2010 को ‘यूरोपीय इयर ऑफ़ नॉन वायलेंस’ घोषित किया जाए। रिपोर्ट में यूरोपीय संगठन के सदस्यों से संयूक्त राष्ट्र में वर्ष 2010 से 2020 के दशक को ‘अहिंसा का दशक’ घोषित करने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया गया है। यूरोपीय संसद के विदेश मामलों की समिति द्वारा अप्रैल में स्वीकृत इस रिपोर्ट पर 8 मई को यूरोपीय संसद के पूर्ण सत्र में वोटिंग होंगी।


    नेपाल में संविधान सभा के लिए चुनाव – 

    10 अप्रैल को नेपाल में संविधान सभा के लिए हुए चुनाव में माववादी पार्टी को प्रचंड के नेत्तृत्व में जबरदस्त सफलता मिली। नेपाली कांग्रेस तथा कम्यूनिष्ठ पार्टी को इस चुनाव में करारा झटका लगा। चुनाव के बाद नेपाल के राजशाही के समाप्त होने के आसार बन गये है।


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    भूटान में प्रथम संसदीय निर्वाचन – 

    भूटान में 24 मार्च, 2008 को हुए ऐतिहासिक प्रथम संसदीय चुनाव पुरिब्तारह से एक तरफा रहे। चुनाव परिणामो में द्रुक फुएंसम शोगपा (डीपीटी) ने कुल 47 में से 44 सीटो पैर कब्ज़ा जमा लिया। डीपीटी का नेतृत्व पूर्व प्रधानमन्त्री जिग्मे शिनले कर रहे थे। इस चुनाव से देश में पिछले एक सदी से चले आ रहा राजशाही का दौर ख़त्म हो रहा है और लोकतंत्र की स्थापना की जा रही है। कोई असर पड़ता नज़र नही आया और उन्होंने बचीं की तानाशाही नीतियों के खिलाफ अपना प्रदर्शन जारी रखा।


    म्यांमार में वर्ष 2010 में होंगे आम चुनाव – 

    म्यांमार की सैन्य सरकार ने 8 फ़रवरी , 2007 को घोषणा की कि देश में आम चुनाव वर्ष 2010 में करवाए जायेंगे। सैन्य शाशन जुंटा के अनुसार नए संविधान को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक जनमत संग्रह मई , 2007 में कराया गया। यह पहला अवसर था , जब सैन्य सरकार ने लोकतंत्र की दिशा में अपनी योजना के लिए किसी तथ्य का निर्धारण किया।  


    प्रवासी कर –

    ग्रेट ब्रिटेन सर्कार यूरोपीय संघ से बाहर के देशो से आने वाले प्रवासियों से प्रवासी कर (Migration tax) वसूलेगी। यह कर तब तक वसूलेगी , जब तक प्रवासी/प्रवासियों को ब्रिटेन की पूर्णतः नागरिकता नहीं मिल जाती। इस कर के आरोपण के के पीछे का तर्क यह है की बाहर से आने वाले लोग ब्रिटेन की सेवाओ यथा- स्वास्थ्य एवं शिक्षा का उपभोग करेंगे। इन सेवाओ के उपभोग करने के कारण ही प्रवासियों से प्रवासी कर वसूला जायेगा। यह कर बुजुर्गो एवं अपने बच्चो के साथ आने वाले लोगो को अधिक देना होगा , क्योकि उपर्युक्त सेवाओ का सर्वाधिक उपयोग ये ही करेंगे। वसूले गये कर को प्रस्तावित ‘ब्रिटिश न्याय कोष’ में जमा कराया जायेगा, जिसे सेवा उपलब्बध कराने वाले संगठनो को दिया जायेगा। इस न्याय कोष में 15 मिलियन पौंड संगृहीत होने कका अनुमान है। 


    कोसोवा ने स्वतंत्रता की घोषणा की –

    सर्बिया के प्रति कोसोवा ने 17 फ़रवरी, 2008 को सार्वभौम स्वतंत्रता की घोषणा कर दी। स्वतंत्रता की घोषणा के पश्चात् कोसोवा में संयूक्त राष्ट्र की जगह यूरोपीय मिशन के लोग आ जायेंगे। इस मिशन का नेतृत्व डच राजनईक पीटर फीथ के हाथ में होगा।


    मानव तस्करी के खिलाफ संयूक्त राष्ट्र संघ का नया संघर्ष – 

    दुनियाभर में मानव तस्करी की रोकथाम सम्बन्धी समझौते को लागू करने वाली प्रमुख संस्था संयूक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध रोकथाम कार्यालय ‘यूएनओडीसी’ ने इसके खिलाफ लडाई तेज करने के लिए संयूक्त राष्ट्र वैश्विक मानव तस्करी संघर्ष पहल ‘यूनगिफ्ट’ शुरू की है। इसका उद्देश्य मानव तस्कारी के खिलाफ जागरूकता बढाना , मानव तस्करी सम्बंधित आकड़ो के आधार को मजबूत करना और तकनिकी सहायता बढाना है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए विऐना में फ़रवरी, 2008 में मानव तस्करी के विषय पर विश्व सम्मलेन का आयोजन किया गया। इस सम्मलेन में मानव तस्करी के मूल कारणों , उसके सामाजिक व आर्थिक प्रभावों तथा इसे समाप्त करने के लिए आवश्यक उपायों पर जोर दिया गया। 


    साइप्रस व माल्टा यूरो अपनाने वाले देशो में शामिल – 

    यूरोपीय संघ (EU) के दो अन्य देश- माल्टा व साइप्रस ने 1 जनवरी , 2008 से यूरोप की एकीकृत मुद्रा- यूरो (Euro) को अपना लिया है। इससे यूरो मुद्रा वाले दशो की कुल, संख्या अब 15 हो गयी है। इससे पूर्व माल्टा में ‘माल्टीस लीरा’ तथा साइप्रस के ‘साइप्रस पाउंड’ प्रचलन में थे। साइप्रस में केवल दक्षिणी ग्रीक-भाषी क्षेत्र में ही यूरो को अपनाया गया है। उत्तरी टर्किश साइप्रस में पूर्ववत ‘टर्किश लीरा’ ही चलन में बरकरार है। उल्लेखनीय है की यूरोप के 12 देशो ने अपनी पृथक मुद्राओं के स्थान पर यूरो को 1 जनवरी , 2002 से अपनाया था। बाद में ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, फ़िनलैंड, इटली, लक्सम्बर्ग, नीदरलैंड,पुर्तगाल व स्पेन द्वारा भी ‘यूरो’ अपना लिए जाने से यूरो वाले देशो की संख्या 13 हो गयी थी। 


    पहले अफ़्रीकी उपग्रह का प्रक्षेपण सफल – 

    फ्रेंच गुआना के कोरु अन्तरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किये गये यूरोप के ‘एरियन 5’ राकेट ने 21 दिसम्बर , 2007 को अंतरिक्ष कक्ष में दो उपग्रहों को स्थापित किया , जिनमे पहला पैन- अफ़्रीकी संचार उपग्रह शामिल था। लांच लिए जाने के आधे घंटे बाद एरियन 5 ने अफ्रीका के ‘आरएससीओएम-क्यूएफ-1’ और अमेरिका के ‘होराज़न-2’ उपग्रह को कक्ष में स्थापित कर दिया। एरियन का यह साल का छठा सफल प्रक्षेपण था। 


    शेंजेन समझौते में पूर्वी यूरोप के नौ देश शामिल - 

    यूरोप के भूतपूर्व इंस्टर्न ब्लॉक के नौ देशों चेक गणराज्य, एस्तोनिया, हंगरी, लाटवियालिथुआनिया, माल्टा, पोलैण्ड, स्लोवाकिया और स्लोवेनिया ने 21 दिसम्बर, 2007 को यूरोपीय जोन में शामिल होने के लिए अपनी सरहदों पर आवाजाही में होने वाली रोक-टोक को समाप्त कर दिया ये देश यूरोप के शेंजेन समझौते में शामिल हो गए। इससे इनके 40 करोड़ लोग नॉवें में आर्कटिक सर्किल के पुर्तगाल के बीच बिना पासपोर्ट दिखाए स्वतन्त्रतापूर्वक आवागमन कर सकेंगे।                                                                                                


    दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र बनाएँगे विश्व बैंक की तर्ज पर बैंक –

    छह दक्षिण अमेरिकी राष्ट्रों अर्जेंटीना, बेनेजुएला, ब्राजील, बोलिविया, इक्वाडोर और पराग्वे के राष्ट्रपतियों ने 9 दिसम्बर, 2007 को विश्व बैंक और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की तर्ज पर दक्षिण अमेरिका में एक वैकिल्पक बैंक की शुरूआत करने के सिलसिले में एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इस बैंक की शुरुआत सात अरब अमेरिकी डॉलर से की गई। वेनेजुएला की राजधानी काराकस में इस बैंक का मुख्यालय होगा। अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स और बोलिविया की वैधानिक राजधानी ला पॉज में इस बैंक की एक-एक शाखा खोली गई हैं। इस बैंक का लक्ष्य दक्षिण अमेरिका के आर्थिक विकास के लिए आधारभूत संरचना और निजी क्षेत्र की परियाजनाओं को कम दरों पर वित्तीय सहायता देना है। अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे दूसरे अन्य संस्थानों में सभी सदस्यों को वीटो पावर की सुविधा नहीं है, जबकि दक्षिण अमेरिका के इस बैंक के सारे सदस्यों को वोटो पावर की सुविधा दी गई है।              


    जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन बाली में सम्पन्न – 

    ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन पर कटौती के मामले में विश्वव्यापी सहमति कायम करने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में वैश्विक सम्मेलन (United Nations Climate Change Conference) इण्डोनेशिया के बाली द्वीप में नूसा दुआ (Nusa Dua) में 3-14 दिसम्बर, 2007 को सम्पन्न हुआ। 190 देशों के प्रतिनिधियों, वैज्ञानिकों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस सम्मेलन में भाग लिया। ऑस्ट्रेलिया जिसकी पूर्ववर्ती कंजरवेटिव सरकार ने इस सम्मेलन के बहिष्कार की घोषणा की थी, ने भी इस सम्मेलन में जोर-शोर से भाग लिया। ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमन्त्री केविन रूड स्वयं इस सम्मेलन को सम्बोधित करने वालों में शामिल थे। सम्मेलन में भागीदारी से पूर्व ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमन्त्री रूड ने क्योटो सन्धि पर हस्ताक्षर भी 3 दिसम्बर, 2007 को कार्यभार सँभालते ही किए थे। वर्ष 1997 में बनी क्योटो सन्धि से आगे की रणनीति बनाने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा किया गया था। विश्व के प्रमुख 36 औद्योगिक देशों पर लागू क्योटो सन्धि की अवधि 2012 में समाप्त हो रही है, इस सन्धि के अन्तर्गत इन 36 औद्योगिक देशों को 2008 तक ग्रीन हाउस गैसों में उत्सर्जन का स्तर क्रमशः घटाते हुए 1990 के स्तर तक लाने की जिम्मेदारी है। सम्मेलन में भारतीय शिष्टमण्डल का नेतृत्व केन्द्रीय विज्ञान मन्त्री कपिल सिब्बल ने किया था। दो सप्ताह तक चले इस सम्मेलन मे नई सन्धि तैयार करने को विकसित एवं विकासशील देशों में सहमति अन्तिम समय में ही हो सकीइस सम्बन्ध में अगली बैठक डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में वर्ष 2009 में होगी। सन्धि वर्ष 2012 में लागू होगी।      

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    पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमन्त्री बेनजीर भुट्टो की हत्या - 

    आठ वर्ष के निर्वासन के पश्चात् 18 अक्टूबर, 2007 को स्वदेश लौटी पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमन्त्री बेनजीर भुट्टो की रावलपिण्डी में 27 दिसम्बर2007 को जब एक चुनावी सभा को सम्बोधित करने के बाद वह अपनी गाड़ी में सवार हुई थीं रहस्यमय परिस्थतियों में हत्या कर दी गई।                                                 


    15 सितम्बर अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस घोषित - 

    लोकतन्त्रीकरण एवं विकास को बढ़ावा देने और मानवाधिकार एवं मौलिक स्वतन्त्रता के सम्मान पर जोर देते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 15 सितम्बर 2007 को अन्तर्राष्ट्रीय लोकतन्त्र दिवस घोषित किया है।


    नेपाल  को गणतन्त्र घोषित करने का प्रस्ताव पारित – 

    नेपाल की संसद ने संविधान सभा चुनाव के बाद नेपाल को गणतन्त्र घोषित करने का प्रस्ताव 4 नवम्बर, 2007 को पारित कर दिया। संविधान सभा के चुनाव समानुपातिक निर्वाचन प्रणाली से होंगेसत्ताधारी गठबन्धन के राजशाही के मुद्दे पर एकमत नहीं हो पाने के कारण संसद के विशेष सत्र को आगे बढ़ाया गया था। विशेष सत्र की समाप्ति के अवसर पर माओवादियों ने देश को तत्काल गणतन्त्र घोषित करने का प्रस्ताव वापस ले लिया। इसके बदले में संसद ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूएमएल) का वह संशोधित प्रस्ताव पारित किया, जिसमें संविधान सभा चुनाव के बाद नेपाल को गणतन्त्र घोषित करने की बात कही। पूर्ण रूप से समानुपातिक निर्वाचन प्रकिया अपनाने की माओवादियों की माँग भी संसद ने मंजूर कर ली। माओवादियों ने संसद में अपनी पार्टी के प्रस्ताव को वापर लेने और सीपीएम (यूएमएल) की ओर से पेश संशोधित प्रस्ताव को समर्थन देने की घोषणा की। हालांकि, देश की सबसे बड़ी नेपाली कांग्रेस पार्टी ने दोनों प्रस्तावों के खिलाफ मतदान किया।


    2008 विश्व पर्यावरण – 

    संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2008 को विश्व पर्यावरण स्वछता वर्ष घोषित किया है। संयूक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इसकी घोषणा की। मौजूदा समय में दुनियाभर में 2 अरब से जादा लोगो के पास बुनियादी पर्यावरण सफाई सुविधाओं का अभाव है। विकासशील देशो में अधिकतर लोगो के लिए स्वच्छ जल भी उपलब्बध नहीं है। आंकड़ो के अनुसार दुनियाभर में हर सप्ताह 40 हज़ार से जादा लोग ख़राब पानी एवं गंदिगी के कारण उत्पन्न होने वाली बीमारियों से मौत का शिकार बन जाते है। ऐसी गंभीर स्तिथि से निपटने के लिए पुरे विश्व में स्वच्छता पर ध्यान देना बहुत ही आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखकर वर्ष 2008 को विश्व पर्यावरण स्वच्छता वर्ष के रूप में मनाया जायेगा।



    आज के इस आर्टिकल में हमने अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले के बारे में जाना। पुरे विश्व में हो रहे सभी देशों की घटनाये या  मामले अंतर्राष्ट्रीय मामले कहलाते हैं। इन्ही अंतर्राष्ट्रीय मामलों से जुड़े प्रश्न विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।

    आशा करता हूँ कि अंतर्राष्ट्रीय जगहों के प्रमुख मामले का  यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा, यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आये तो इस आर्टिकल को शेयर अवश्य करें।

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