भारत के प्रमुख दर्रे | Major Passes of India in Hindi।

भारत के प्रमुख  दर्रे (Major Passes of India) 

आज के इस पोस्ट में भारत के प्रमुख दर्रे के बारे में जानेंगे। हिमालय के दर्रो के बारे में जानने से पहले यह जानते हैं की दर्रे होते क्या हैं? प्रकृति ने हमें बहुत सारे चींजें दी हैं जिनमे से एक है दर्रे,पहाड़ों के बीच में बने रास्ते को दर्रे कहा जाता है ,दर्रे का निर्माण भूकंप,ज्वालामुखी या भूमि के खिसकने से होता है। हिमालय के दर्रो के बारे में जानने से पहले यह जानते हैं की दर्रे होते क्या हैं?  ये वे प्राकृतिक मार्ग या दर्रे हैं जिनसे गुजरकर पहाड़ों को पार किया जाता है। दर्रे से जुड़े सवाल प्राय: प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। दर्रे के बारे में अच्छे से जानने के लिए पोस्ट को पूरा जरुर पढ़ें।

                                   भारत के प्रमुख दर्रे | Major Passes of India in Hindi।

Table of Content:-

  • काराकोरम दर्रा(Karakoram Pass)
  • जोजिला दर्रा(Zojila Pass)
  • पीर पंजाल दर्रा(Pir Panjal Pass) 
  • बनिहाल दर्रा(Banihal Pass) 
  • आघिल दर्रा(aghil pass) 
  • खार्दुगा ला दर्रा(Kharduga La Pass) 
  • थांगला दर्रा(Thangla Pass)
  • शिपकी दर्रा(Shipki Pass) 
  • रोहतांग दर्रा(Rohtang Pass)
  • बड़ालाचा दर्रा(Badalacha Pass)
  • माना दर्रा(Mana Pass)
  • नीति दर्रा(Niti pass)
  • नाथूला दर्रा(Nathula Pass)
  • जौलेप्ला दर्रा(Jalepla Pass)
  • वोम्डिला दर्रा(Vomdila Pass)
  • यांग्याप दर्रा(Yangyap Pass) 
  • दिफू दर्रा(Diphu Pass) 
  • तुजु दर्रा(tuzu pass)
  • बाल घाट दर्रा(Bal Ghat Pass)
  • भोरघाट दर्रा(Bhorghat Pass)


भारत के दर्रे  (Passes of India) से जुडी कई सवाल प्रतियोगी परीक्षाओ में पूछी जाती हैं हिमालय पर्वत में पाए जाने वाले दर्रे निम्न है, - 

काराकोरम दर्रा(Karakoram Pass) :- यह दर्रा जम्मू-कश्मीर राज्य के लद्दाख क्षेत्र में काराकोरम श्रेणियों के मध्य स्थित है। यह 5,654 मीटर ऊँचा है। यहाँ से चीन को एक सड़क भी बनायी गयी है। प्राचीन काल में इस दर्रे से यारकंद भी जाते थे। 

जोजिला दर्रा(Zojila Pass):- जम्मू-कश्मीर राज्य के जास्कर श्रेणी में यह दर्रा स्थित है। इसकी ऊँचाई 3,529 मीटर है, श्रीनगर से लेह जाने का मार्ग इसी दर से गुजरता है। 

पीर पंजाल दर्रा(Pir Panjal Pass) :- यह जम्मू-कश्मीर राज्य के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। यह पीर-पंजाल के मध्य 3,494 मीटर ऊँचा है। 

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बनिहाल दर्रा(Banihal Pass) :- यह जम्मू-कश्मीर राज्य के दक्षिण-पश्चिम में पीर-पंजाल श्रेणियों में स्थित है। इसकी ऊँचाई 2,832 मीटर है। जम्मू से श्रीनगर का मार्ग इसी दर से गुजरता है। 

आघिल दर्रा(aghil pass) :- ट्रांस हिमालय के काराकोरम पर्वत में के-2 के उत्तर में स्थित है। जो जम्मू कश्मीर को तिब्बत से जोड़ता है। 

खार्दुगा ला दर्रा(Kharduga La Pass) :- समुद्री सतह से 6,000 की ऊंचाई पर लद्दाख में सियाचिन के निकट स्थित है, यह देश का मोटर-वाहन चलने योग्य सबसे ऊंचा दर्रा है। 

थांगला दर्रा(Thangla Pass):- खारदुंग दर्रे के बाद भारत का दूसरा सबसे ऊंचा मोटर वाहन चलने योग्य दर्रा है। यह जम्मू कश्मीर में बृहत हिमालय का एक महत्वपूर्ण दर्रा है। 

शिपकी दर्रा(Shipki Pass) :- यह दर्रा हिमाचल प्रदेश राज्य के जास्कर श्रेणी में स्थित है। इस दर्रे से होकर शिमला से तिब्बत जाने का मार्ग है।

रोहतांग दर्रा(Rohtang Pass) :- हिमाचल प्रदेश में पीर पंजाल श्रेणियों में यह दर्रा स्थित है। इसकी ऊँचाई 4,631 मीटर है। 

बड़ालाचा दर्रा(Badalacha Pass) :- यह हिमाचल प्रदेश में जास्कर श्रेणियों के मध्य स्थित है। इसकी ऊँचाई 4,512 मीटर है। मंडी से लेह जाने के मार्ग को इसी दर्रे से गुजरना पड़ता है। 

माना दर्रा(Mana Pass) :- यह उत्तरांचल के कुमायूँ श्रेणियों में स्थित हैइस दर्रे से होकर भारतीय तीर्थयात्री मानसरोवर झील और कैलाश घाटी के दर्शन हेतु जाते हैं। 

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नीति दर्रा(Niti pass) :- यह दर्रा भी उत्तरांचल कुमायूँ प्रदेश में स्थित है। यह 5,389 मीटर ऊँचा है यहाँ से भी मानसरोवर झील और कैलाश घाटी जाने का मार्ग खुलता है। 

नाथूला दर्रा(Nathula Pass) :- यह सिक्किम राज्य में डोगेक्या श्रेणी में नाजूला दर्रा स्थित है। यह भारत-चीन युद्ध में अपने सामरिक महत्त्व के कारण अधिक चर्चित रहा था। यहाँ के दार्जिलिंग और चुंबी घाटी होकर तिब्बत जाने का मार्ग है।

जौलेप्ला दर्रा(Jalepla Pass) :- यह दर्रा भी सिक्किम राज्य में है। भूटान जाने वाला मार्ग इसी दर से गुजरता है। यहाँ से भी दार्जिलिंग और चुंबी घाटी होकर तिब्बत जाने का मार्ग है। 

वोम्डिला दर्रा(Vomdila Pass) :- यह अरूणाचल प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है। बोम्डिला से तवांग होकर तिब्बत जाने का मार्ग है। 

यांग्याप दर्रा(Yangyap Pass) :- अरूणाचल प्रदेश के उत्तर-पूर्व में स्थित है। इसके पास से ही ब्रह्मपुत्र नदी भारत (अरूणाचल प्रदेश) में प्रवेश करती है। यहाँ से चीन के लिए मार्ग भी खुलता है। 

दिफू दर्रा(Diphu Pass) :- अरूणाचल प्रदेश के पूर्व में म्यांमार सीमा पर यह दर्रा स्थित है। पांग साड दर्रा :- यह अरूणाचल प्रदेश के दक्षिण-पूर्व में म्यांमार सीमा पर स्थित है। डिब्रूगढ़, से म्यांमार जाने का मार्ग इसी दर्रा से गुजरता है। 

तुजु दर्रा(tuzu pass) :- यह मणिपुर राज्य के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इम्फाल से तामु और म्यांमार जाने के लिए इसी दर्रे से रास्ता जाता है। 

बाल घाट दर्रा(Bal Ghat Pass):- यह महाराष्ट्र राज्य में पश्चिमी घाट की श्रेणियों में स्थित प्रमुख दर्रा है। इसकी ऊँचाई 583 मीटर है। यहाँ से होकर दिल्ली-मुम्बई के प्रमुख सड़क व रेलमार्ग गुजरते हैं। 

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भोरघाट दर्रा(Bhorghat Pass):- यह दर्रा भी महाराष्ट्र राज्य के पश्चिमी घाट श्रेणियों में स्थित है। पुणे-बेलगाम रेलमार्ग और सड़क मार्ग इसी दर्रे से गुजरता है। पालघाट यह केरल राज्य के मध्य-पूर्व में नीलगिरि की पहाड़ियों में स्थित है। इसकी ऊँचाई 305 मीटर है। 

कालीकट-त्रिचोर से कोयंबटूर-इंडोर के रेल व सड़क मार्ग इसी दर्रे से गुजरते हैं। पालघाट यह केरल राज्य के मध्य-पूर्व में नीलगिरि की पहाड़ियों में स्थित है। इसकी ऊँचाई 305 मीटर है। कालीकट-त्रिचोर से कोयंबटूर-इंडोर के रेल व सड़क मार्ग इसी दर्रे से गुजरते हैं।

आपको इस आर्टिकल भारत के दर्रे  (Passes of India) के बारे में  जानकारी दी गयी है जो आपके ज्ञान में बढ़ोतरी और परीक्षा में सहायता करेगी. आपको भारत के दरें (Passes of India) की जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें.

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