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वायुमंडल का संघटन तथा संरचना |composition and composition of the atmosphere इन

वायुमंडल का संघटन तथा संरचना(Composition and Composition of the Atmosphere)

आज हम वायुमंडल का संघटन तथा संरचना के बारे में अध्ययन करेंगे जिस पृथ्वी में हम सब रहते हैं उसका अधिकांस भाग वायुमंडल भी इसलिए हमे वायुमंडल का संघटन तथा संरचना को जानना ही चाहिए हैं |अक्सर कई प्रतियोगी परीक्षाओं में वायुमंडल का संघटन तथा संरचना से जुड़े कई प्रश्न भी पूछे जाते हैं जैसे की वायुमंडल अनेक गैसों का मिश्रण है जिसमें ठोस और तरल पदार्थों के कण असमान मात्रा में हैं। नाइट्रोजन, ऑक्सीजन ऑर्गन, कार्बन-डाइ-ऑक्साइड, ओजोन आदि गैसों के अलावा जलवाष्प, धूल के कण तथा अन्य अशुद्धियाँ असमान मात्रा में वायुमंडल में मौजूद रहती है। 

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Table of content:-

  • वायुमंडल को निम्न परतों में बाँटा गया है : 
  • क्षोभमंडल (Troposphere) 
  • समतापमंडल (Stratosphere) 
  • ओजोनमंडल (Ozonosphere) 
  • आयनमंडल (Ionosphere)
  • बाह्यमंडल (Exosphere)
  • सूर्यातप व तापमान-
  • तापमान का व्युत्क्रमण (प्रतिलोमन ) क्या हैं ?
  • ऊष्मा बजट क्या हैं ?


नाइट्रोजन (78%) सर्वाधिक मात्रा में पाई जाती है। उसके बाद क्रमशः ऑक्सीजन (21%), ऑर्गन (.93%), कार्बन-डाइ-ऑक्साइड (0.03%), नियॉन, हीलियम, ओजोन आदि का स्थान आता है। 

जलवायु की मात्रा वायुमंडल में 0 से 4 प्रतिशत होती है एवं इसमें समुद्री नमक, सूक्ष्म मिट्टी, धुएँ की कालिख, राख, पराग, धूल तथा उल्कापात के कण शामिल होते हैं। 

आर्गन, हीलियम, निऑन, क्रिप्टन, जेनन आदि अक्रिय गैसें हैं। 

वायुमंडल को निम्न परतों में बाँटा गया है : 

  1. क्षोभमंडल (Troposphere) 
  2. समतापमंडल (Stratosphere) 
  3. ओजोनमंडल (Ozonosphere) 
  4. आयनमंडल (Ionosphere) 
  5. बर्हिमंडल (Exosphere) 

Composition and Composition of the Atmosphere

1. क्षोभमंडल (Troposphere) 

  • यह वायुमंडल का सबसे नीचे वाली परत है। 
  • इसकी ऊँचाई ध्रुवों पर 8 किमी तथा विषुवत रेखा पर लगभग 18 किमी. होती है। 
  • भारत एवं विश्व का भूगोत43.81 . . कुछ नहीं होती है। 
  • क्षोभ मंडल में तापमान की गिरावट की दर प्रति 165 मी. की ऊंचाई पर I°C अथवा 1 किमी की ऊँचाई पर 6.4°C होती है। 
  • सभी मुख्य वायुमंडलीय घटनाएँ; जैसे- बादल, आँधी एवं वर्षा इसी मंडल में होती हैं। 

2. समतापमंडल (Stratosphere) 

  • समतापमंडल 18 से 32 किमी की ऊँचाई तक है। इसमें ताप समान रहता है। . 
  • इसमें मौसमी घटनाएं जैसे- अधी, बादलों की गरज, बिजली कड़क, धूल-कण एवं जलवाष्प आदि इस मंडल में वायुयान उड़ाने की आदर्श दशा पायी जाती है। 
  • कभी-कभी इस मंडल में विशेष प्रकार के मेघों का निर्माण होता है, जिन्हें मूलाभ मेघ (Mother of pearl cloud) कहते हैं। 

3. ओजोनमंडल (Ozonosphere) 

  • धरातल से 32 किमी. से 60 किमी. के मध्य ओजोन मंडल है। इस मंडल में ओजोन गैस की एक परत पायी जाती हैजो सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों को अवशोषित कर लेती है। इसीलिए इसे पृथ्वी का सुरक्षा कवच कहते हैं।
  • ओजोन परत को नष्ट करने वाली गैस CFC (Chloro-floro-carbon) हैजो एयर कंडीशनर, रेफ्रीजरेटर आदि से निकलती है। 
  • ओजोन परत में क्षरण CFC में उपस्थित सक्रिय क्लोरीन (CI) के कारण होती है। 
  • ओजोन परत की मोटाई नापने में डाब्सन इकाई का प्रयोग किया जाता है। 

4. आयनमंडल (Ionosphere) 

इसकी ऊँचाई 60 किमी. से 640 किमी. तक होती है। 

यह भाग कम वायुदाब तथा पराबैंगनी किरण गों द्वारा आयनीकृत होता रहता है। 

इस मंडल में सबसे नीचे स्थित D-layer से long radio waves एवं E1, E2 और F1, F2 परतों से short radio wave परावर्तित होती है, जिसके फलस्वरूप पृथ्वी पर रेडियो, टेलीविजन, टेलीफोन एवं रडार आदि की सुविधा प्राप्त होती है। संचार उपग्रह इसी मंडल में अवस्थित होते है। 

 5. बाह्यमंडल (Exosphere) 

  • 640 किमी से ऊपर के भाग को बाहामंडल कहा जाता है। 
  • इस मंडल में हाइड्रोजन एवं हीलियम गैस की प्रधानता होती है। 

सूर्यातप व तापमान-

पृथ्वी सतह पर आने वाले सौर विकिरण को सूर्यातप कहते हैं।यह ऊर्जा लघु तरंगों के रूप में पृथ्वी पर पहुँचती है। दो कैलोरी प्रति वर्ग सेमी. प्रति मिनट की दर से इस विकरित ऊर्जा को पृथ्वी का धरातल प्राप्त करता है। इसे सौर स्थिरांक भी कहते हैं। कुल विकरित ऊर्जा का लगभग 51 प्रतिशत ही पृथ्वी धरातल तक पहुँचता है। 

तापमान का व्युत्क्रमण (प्रतिलोमन ) क्या हैं ?

तापमान का व्युत्क्रमण (प्रतिलोमन ) : सामान्य रूप से ऊँचाई बढ़ने पर तापमान में गिरावट आती है।जब तापमान के जधिर वितरण का यह क्रम उलट जाता है, तो इसे तापमान का व्युत्क्रमण कहते हैं। यह घने कोहरे के लिए उत्तरदायी होता है। 

ऊष्मा बजट क्या हैं ?

ऊष्मा बजटः सूर्यातप और पार्थिव विकिरण में संतुलन के कारण पृथ्वी पर औसत तापमान एक समान गहना है। इस संतुलन को ही पृथ्वी का ऊष्मा बजट कहते हैं।

आज के इस पोस्ट में वायुमंडल का संघटन तथा संरचना से जुडी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में जाना । जो अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।

उम्मीद करता हूँ कि  वायुमंडल का संघटन तथा संरचना से जुडी यह  जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी अगर आपको पोस्ट  अच्छी  लगे तो अपने  दोस्तों और अन्य सोशल मीडिया में शेयर जरुर करें | 

>>भारत का भूगोल | 30 बातें 

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