महिला सशक्तिकरण क्या है (What is Women Empowerment in Hindi)

नारी सशक्तिकरण या महिला सशक्तीकरण (Women Empowerment in Hindi)

महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत की आजादी के बाद से नारियों के प्रति सोच और उनके लिए आदरभाव पर बहुत ही बदलाव हुए है। पहले की नारी और आज की नारी में बहुत बड़ा बदलाव आया है । इन्ही बदलाव को नारी सशक्तिकरण से दर्शाया जाता हैं। आज की नारी एक स्वतंत्र और आत्मसम्मान वाली नारी है, जहाँ हमारे देश में पहले महिलाओं को सामाजिक राजनैतिक और आर्थिक भेदभाव से होकर गुजरना पड़ता था । वही आज महिलायें इन सभी क्षेत्रों में अपना वर्चस्व फैला रही है. आज के इस लेख में हम महिला सशक्तिकरण से जुडी महत्वपूर्ण टॉपिक को जानेंगे ?

Women Empowerment


Women Empowerment in Hindi

  • महिला सशक्तिकरण क्या हैं ?
  • महिला सशक्तिकरण दिवस कब मनाया जाता है?
  • शिक्षित नारी का महत्व
  • देश की सशक्त नारी का परिचय 
  • नारी की वास्तविक स्थिति
  • भेदभाव
  • नारी सशक्तिकरण के महत्व 
  • भारत में शिक्षित नारी की भूमिका

नारी सशक्तीकरण के फलस्वरूप नारियों के आत्मसम्मान में वृद्धि होना है आज के समय में जिस प्रकार महिलाएं हर क्षेत्र में सफलता पा रही है । भारत में पराधीनता के प्रवेश के साथ ही नारी का पतन आरम्भ हो गया. आज के समय में नारी भी सरपंच है, मेयर है और प्रधानमंत्री भी है ।

महिला सशक्तिकरण क्या हैं ? (What is Women Empowerment)

महिला सशक्तिकरण यानी महिलाओं की आध्यात्मिक, राजनीतिक, सामाजिक या आर्थिक शक्ति में वृद्धि करना। भारत में महिलाएं शिक्षा, राजनीति, मीडिया, कला व संस्कृति, सेवा क्षेत्रों, विज्ञान व प्रौद्योगिकी आदि के क्षेत्र में भागीदारी करती हैं।

महिला सशक्तिकरण दिवस कब मनाया जाता है?

सशक्तिकरण का रूप देने हेतु ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में लाखों महिलाओं ने रैलियों में हिस्सा लिया. बाद में वर्ष 1913 में महिला दिवस की तारीख 8 मार्च कर दी गई. तब से हर 8 मार्च को विश्व भर में महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है.

लेकिन यह सब वह सिर्फ शहरी महिलाओं के लिए है ग्रामीण महिलाएं इससे आज भी बहुत दूर है। एक ओर नारी सशक्तीकरण की उसे संसद और विधानसभाओं में 33 % आरक्षण मिलते है । वही दूसरी ओर पुरुष वर्ग उसे नाना प्रकार के प्रलोभनों और लालचों से छलने में लगा हुआ है। सशक्तीकरण हेतु किये जा रहे प्रयास से नारी का भविष्य उज्ज्वल है। सामाजिक जीवन के हर क्षेत्र में नारी एक आत्मनिर्भर नारी की भूमिका निभा रही है। जहाँ उसे सम्मान की नज़रों से देखा जा रहा है । आज नारी किसी भी के ऊपर भी निर्भर न होकर खुद आत्म निर्भर बन रही है।

शिक्षित नारी का महत्व – 

कहते है अगर एक लड़की शिक्षित होगी तो वह अपने दोनों परिवारों को शिक्षित करती है । और वही अगर एक पुरुष शिक्षित होगा तो वह अपने एक परिवार को ही शिक्षित करेगा । शिक्षित और संबल बने की आवश्यकता को गहराई से महसूस किया गया है । एक पढ़ी लिखी महिला हर जगह सम्मान पाती है । शिक्षित नारी अपने बच्चों का पालन पोषण सही ढंग से कर पाती है । आधुनिकता के इस दौर में वह अपना अस्तित्व बनाना बखूबी जानती है।

देश की सशक्त नारी का परिचय

एक सफल नारी में भारत की प्रधानमंत्री श्रीमती इन्द्रागांधी, जयललिता, किरनबेदी, मायावती, मन्नूभंडारी, सरोजनी नायडू, ये सभी एक साहसी महिला के रूप में पहचानी गई है, और तो और राजनीति के क्षेत्र में सामाजिक कार्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

नारी की वास्तविक स्थिति

ये रुढ़िवादी समाज ने आज नारी की वास्तविक स्तिथि को सामने लाने से कतराता है। जहां एक ओर नारी आज बहुत सारे काम कर रही है। वही दूसरी ओर वह एक ग्रामीण अंचल में रह कर बहुर साडी रुढ़िवादी परम्पराओं में भी फंसी हुयी है। आज वह एरोप्लन उड़ा एही है वाही दूसरी ओर वह घर के कामो को भी बखूबी कर रही है। ग्रामीण अंचलों में नारी पशुपालन से लेकर कृषि में भी अपना योगदान दे रही है।

भेदभाव – 

नारी सशक्तिकरन का पूरा अर्थ तभी पूर्ण होगा जब एक नारी और पुरुष में भेदभाव को मिटाना होगा जहा ग्रामीण अंचलों में आज भी नारी के साथ भेदभाव की भावना बनी हुयी है। शिक्षा,समाज,आर्थिक तंगी और भी बहुत सारी सामाजिक कुरुतियाँ है जो नारी ससह्क्तिकरण में बाधा बने हुए है।

नारी सशक्तिकरण के महत्व

शिक्षित नारी तो दो कुलों का उद्धार करती हैं. नारी को अशिक्षित रखकर राष्ट्र की आधी क्षमता का विनाश किया जा रहा हैं. शिक्षित नारी ही बच्चों का लालन पोषण ठीक ढंग से कर पाती हैं. शिक्षित नारी तो दो कुलों का उद्धार करती हैं. नारी को अशिक्षित रखकर राष्ट्र की आधी क्षमता का विनाश किया जा रहा हैं. शिक्षित नारी ही बच्चों का लालन पोषण ठीक ढंग से कर पाती हैं.

वह बच्चों में अच्छे संस्कार उत्पन्न कर सकती हैं. उसे समाज में सभ्य ढंग से जीना आता हैं. शिक्षा, नारी में आत्मविश्वास पैदा करती हैं. और बुरे दिनों में उसकी सबसे विश्वसीय सहायिका बनती हैं.

भारत में शिक्षित नारी की भूमिका – 

हमारी भारत देश में नारी को एक अलग स्थान दिया गया है वही अगर नारी शिक्षित है । तो वह इस समाज में बहुत ही सम्मान पाती है।

आज के इस पोस्ट में हमने महिला सशक्तिकरण क्या हैं, महिला सशक्तिकरण के महत्व, महिला सशक्तिकरण दिवस कब मनाया जाता है आदि के बारे में जाना। विभिन्न परीक्षाओं में भी महिला सशक्तिकरण से सम्बंधित सवाल पूछे जाते हैं।

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