सिकन्दर का भारत अभियान (Alexander's conquest of India)
आज के इस पोस्ट में सिकन्दर का भारत विजय अभियान से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानेंगे.जो हमारे भारत के इतिहास से जुडी हुई हैं सिकन्दर का भारत विजय अभियान से जुड़े प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे-UP[SC,STATE PCS,RRB,NTPC,SSC,RAILWAY,BANKING PO, BANKING,CLERK और विभिन्न परीक्षाओं में पूछे जाते हैं. सिकन्दर (Alexander) 326 ई.सा पूर्व बैक्ट्रिया से भारत विजय के अभियान पर निकला और काबुल होते हुए हिन्दुकुश पर्वत को पारकर सिन्धु नदी के तट पर पहुँचा.
सिकन्दर का भारत विजय अभियान-32 रोमांचक बातें
- इनका नाम - सिकंदर या अलेक्जेंडर द ग्रेट (अंग्रेज़ी: Alexander)
- सिकन्दर (एलेक्जेण्डर) यूनान के मेसीडोनिया का शासक था ।
- सिकन्दर के पिता का नाम फिलिप द्वितीय था।
- सिकंदर की माता का नाम ओलंपियस था.
- सिकन्दर विश्व विजय की महत्वाकांक्षा रखता था।
- अपनी इस महत्वाकांक्षा को साकार करने के लिए उसने भारत पर 326-327 ई.पू. में आक्रमण किया।
- इस युद्ध को 'हाइडेस्पेस का युद्ध' भी कहा गया है।
- सिकन्दर का सेनापति सेल्यूकस निकेटर था।
- भारत में सर्वप्रथम सिकन्दर का सामना तक्षशिला के शासक आंभी से हुआ।
- आंभी ने शीघ्र ही समर्पण कर दिया और सिकन्दर को सहायता का वचन दिया।
- सिकन्दर का भारत में सर्वाधिक महत्वपूर्ण युद्ध झेलम नदी के तट पर पुरु या पोरस के साथ हुआ, जिसे वितस्ता का युद्ध कहा जाता है।
- सिकन्दर के आक्रमण के समय पश्चिमोत्तर भारत अनेक छोटे-छोटे राज्यों में विभक्त था, जिसमें कुछ राजतंत्रात्मक तथा कुछ गणराज्य थे।
- इस युद्ध में पोरस की हार हुई, लेकिन सिकन्दर ने पोरस की बहादुरी से प्रभावित होकर उसका राज्य वापस कर दिया।
- पोरस के बाद सिकन्दर ने गलॉगनिकाय तथा कुछ जातियों को भी पराजित किया।
- सिकन्दर ने भारत में दो नगरों की स्थापना की। पहला नगर 'निकैया' (विजय नगर) विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में तथा दूसरा ब्यूकेफेला था।
- सिकन्दर की सेना ने व्यास नदी से आगे बढ़ने से इंकार कर दिया।
- सिकन्दर ने सैनिकों में जोश भरने का पूरा प्रयत्न किया किन्तु उसे इस कार्य में सफलता नहीं मिली। सैनिकों के हठ के सामने सिकन्दर को झुकना पड़ा। अंततः सिकन्दर को अपने भारत विजय के अभियान को रोकना पड़ा।
- सिकन्दर ने विजित भारतीय प्रदेशों को अपने सेनापति फिलिप को सौंपकर वापस लौटने का निर्णय लिया।
- सिकन्दर भारत में 19 महीने रहा।
- कहा जाता है कि सिकन्दर के लगातार युद्धों, घर-परिवार की याद, भारत की गर्म जलवायु आदि ने उसकी सेना के हौसले पस्त कर दिए।
- सिकन्दर भारत के शक्तिशाली मगध साम्राज्य पर आक्रमण करना चाहता था। लेकिन जब उसकी सेना ने मगध की विशाल सेना के बारे में सुना तो वह घबरा उठी।
- सिकन्दर के भारत पर आक्रमण के समय मगध एक शक्तिशाली राज्य था, जिस पर घनानन्द नामक राजा का शासन था।
- घनानन्द की सेना में लगभग 6 लाख सैनिक थे।
- अपने देश मेसीडोनिया लौटते समय लगभग 323 ई.पू. में बेबीलोन में सिकन्दर का निधन हो गया।
- सिकन्दर के भारत अभियान का प्रभाव - सिकन्दर की विश्व विजय की महत्वाकांक्षा ने उसे भारत विजय के लिए प्रेरित किया।
- इस प्रेरणा अथवा सिकन्दर के भारतीय अभियान ने प्राचीन यूरोप को प्राचीन भारत के निकट संपर्क में आने का अवसर प्रदान किया।
- सिकन्दर के इस भारतीय अभियान का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम था - भारत और यूनान के बीच विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्यक्ष संपर्क की स्थापना।
- राय चौधरी के अनुसार सिकन्दर के आक्रमण के परिणामस्वरूप भारत की छोटी-छोटी रियासतें समाप्त हो गयी।
- डॉ. राधा कुमुद मुखर्जी के अनुसार सिकन्दर के भारत पर आक्रमण से राजनीतिक एकीकरण को प्रोत्साहन मिला, जिससे छोटे राज्य, बड़े राज्यों में विलीन हो गए।
- कला के क्षेत्र में गान्धार शैली का भारत में विकास यूनानी प्रभाव का ही परिणाम है।
- यूनानियों की मुद्रण-निर्माण कला का प्रभाव भारतीय मुद्रण कला पर दृष्टिगत होता है। उलूक शैली के सिक्के इसके उदाहरण हैं।
- व्यापार के क्षेत्र में पश्चिम के देशों के साथ जलमार्गों का पता चला, जिनका कालान्तर में व्यापार पर अनुकूल प्रभाव पड़ा।
जानें-छत्रपति शिवाजी के बारे में.
- FAQS:
- सिकंदर का जन्म कब हुआ था?
- उत्तर: ईसा-पूर्व 356
- सिकंदर के गुरु का नाम क्या था ?
- उत्तर:प्रसिद्ध दार्शनिक अरस्तु
- आज के इस पोस्ट में सिकंदर के भारत विजय अभियान से जुड़े 32 महत्वपूर्ण बातों के बारे में जाना ,इससे सम्बंधित प्रश्न भी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं मे पूछे जाते हैं.
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